7वीं पास युवक 12 साल से बच्चियों को बांट रहा है फ्री में केक, ऐसा करने के पीछे छुपी है ये वजह
हमारे देश में बेटी बचाओ अभियान काफी तेजी से चल रहा है और लोगों को बेटियों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। बेटी बचाओ अभियान को सूरत के रहने वाले संजय चोडवडिया एक अनोखे तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं। संजय हर साल लड़कियों को फ्री में केक बांटा करते हैं। जी हां, फ्री में केक देते हुए संजय चोडवडिया बेटी जन्म को बढ़ावा दे रहे हैं। संजय चोडवडिया के अनुसार वो हर साल 7 हजार से ज्यादा केक बच्चियों में बांटते हैं। जिसकी कीमत 7 लाख के आसपास की है।
दरअसल संजय चोडवडिया की एक केक की दुकान है। जिसमें वो तरह-तरह के केक बनाकर बेचा करते हैं। संजय चोडवडिया ने अपनी दुकान में एक खास स्कीम चला रखी है। इस स्कीम के तहत ये उन लोगों को फ्री में केक देते हैं जिनकी बेटियां हैं। संजय चोडवडिया ने बताया कि अगर उनकी दुकान में कोई अपनी बेटी के जन्मदिन पर केक लेने आता है तो वो उसे फ्री में केक देते हैं। संजय चोडवडिया के मुताबिक वो 5 साल की बच्चियों को फ्री में केक देते हैं और अब तक हर साल 7 लाख रुपए की कीमत के 7 हजार से ज्यादा केक बांट चुके हैं। उनका ये अभियान पिछले 12 सालों से लगातार जारी है।
अमरेली जिले के सावरकुंडला शहर के रहने वाले संजय चोडवडिया 20 सालों से सूरत में रह रहे हैं। परिवार की आर्थिक हालात सही न होने के कारण इनकी पढ़ाई पूरी न हो सकी और इन्होंने 7 वीं कक्षा के बाद अपना स्कूल छोड़ दिया। वहीं स्कूल छोड़ने के बाद इन्होंने काम की तलाश शुरू की। लेकिन इन्हें कहीं भी काम नहीं मिला।
रोजगार की तलाश में सूरत आ गए थे और सूरत आने के बाद उन्होंने 8 सालों तक डायमंड फैक्ट्री में हीरे घिसने का काम किया। इसके बाद एम्ब्रॉयडरी के कारखाने में काम किया। कुछ सालों तक यहां काम करने के बाद इन्होंने अपनी खुद की बेकरी शुरू की। जो कि पिछले 12 सालों से चल रही है। ये बेकरी डभोली इलाके में घनश्याम बेकरी और केक नाम की दुकान से प्रसिद्ध है। अब इसी नाम से 14 ब्रांच भी हैं।
इस वजह से किया केक बांटना शुरू
संजय बताते हैं ये करीब 12 साल पुरानी बात है। कतारगाम इलाके में कथावाचक मोरारी बापू के प्रवचन हो रहे थे। मैं ये प्रवचन सुनने के लिए गया था। प्रवचन के दौरान बापू ने बेटी बचाओ अभियान के बारे में बात की। बापू के इसी प्रवचन को सुनने के बाद मैंने अभियान से जुड़ने का फैसला कर लिया था और ये अलग तरीका अपनाया।
संजय के अनुसार उन्होंने गरीब तबके की बच्चियों के जन्मदिन पर उन्हें फ्री में केक देना शुरू किया। इसके लिए सरकारी अस्पताल से बच्चियों के जन्म की जानकारी ली और उनके घर तक केक पहुंचाया। तभी से ये सिलसिला जारी है। संजय कहते हैं कि बेटियां आगे बढ़ेंगी तो ही देश आगे बढ़ेगा। इसके लिए सभी लोगों की सोच बदलना जरूर है।
संजय कहते हैं कि कई लोग उनसे ये पूछा करते हैं कि आखिर केक बांटने से क्या होगा। इसपर संजय उन्हें जवाब देते हैं कि बर्थडे के दिन उस प्यारी सी बच्ची के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है बस यही काफी है।
अपने इस अनोखे अभियान के तहत संजय ने पहले साल में 1 हजार किलो केक बांटा था। वहीं आज इनकी 14 ब्रांचों हैं, जो कि हर साल 7 हजार किलो केक बेटियों के घर पहुंचाए जा रहे हैं। संजय की किसी भी ब्रांच से संपर्क कर परिवार फ्री में केक ले सकता है। इसके अलावा संजय की बेकरी की ओर से बच्चियों के लिए 100 रुपए की कीमत का 250 ग्राम केक फ्री में दिया जाता है। संजय के इस अभियान को लिम्का बुक रिकार्ड में दर्ज करने की तैयारी भी चल रही है।