IPS अधिकारी को ट्रक क्लीनर समझ वसूली करने लगे पुलिसवाले, जानें फिर क्या हुआ
मध्य प्रदेश में एक आईपीएस अधिकारी ने अवैध वसूली करने वाले पुलिसकर्मियों को पकड़ने के लिए ट्रक क्लीनर का रुप धारण किया और इनको रंगे हाथों पकड़ लिया। ग्वालियर के आईपीएस अधिकारी को कुछ समय टोल प्लाजा पर अवैध वसूली करने की काफी शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद इस अधिकारी ने आरोपी पुलिसवालों को पकड़ने के लिए एक प्लान तैयार किया और इस प्लान के तहत आईपीएस अधिकारी ट्रक क्लीनर बनकर चेकिंग प्वाइंट पर पहुंच गया। आईपीएस अधिकारी को ट्रक क्लीनर के रुप में देख किसी को भी उनपर शक नहीं हुआ और अधिकारी के सामने ही मौके पर तैनात पुलिसकर्मी रिश्वत मांगने लगे।
ग्वालियर के एसपी अमित सांघी के पास शहर में बढ़ती अवैध वसूली की खबरें काफी समय से आ रही थी। लेकिन इनके पास अवैध वसूली का कोई सबूत नहीं था। वहीं पुलिस ने कई बार कार्रवाई भी कि लेकिन वसूली की शिकायतें कम नहीं हुई। बढ़ती शिकायतों को देखते हुए एसपी ने मामले की जांच करने के निर्देश ग्वालियर के पनियार थाने में पदस्थ प्रशिक्षु आईपीएस मोती-उर-रहमान को दी। जिसके बाद आईपीएस मोती-उर-रहमान खुद ट्रक क्लीनर बनकर मौके पर पहुंच गए।
आईपीएस मोती उर रहमान के अनुसार वे एक ट्रक में सवार होकर ग्वालियर के विक्की फैक्ट्री चौराहे पर पहुंचे। जहां पर चेकिंग पॉइंट लगा हुआ था। इस चेकिंग पॉइंट पर कई पुलिसकर्मी तैनात थे। यहां पर मौजूद एक पुलिसकर्मी ने उनका ट्रक रोका और ट्रैक के अंदर हाथ डालते हुए पैसे मांगे। जैसे ही पुलिसकर्मी ने पैसे मांगे तो आईपीएस मोती ट्रक से नीचे उतर आए और उन्होंने पुलिसकर्मी की क्लास लगा दी। आईपीएस अधिकारी को सामने देख वसूली कर रहे पुलिसकर्मियों के हाथ पैर फूल गए और हर कोई उनसे मांफी मांगने लगा। प्रशिक्षु आईपीएस ने एसपी को फोन किया और पूरी घटना की जानकारी दी। जिसके बाद चारों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।
आईपीएस मोती ने इस घटना के बारे में विस्तार से बताया कि रात करीब 12.30 बजे वे विक्की फैक्ट्री चौराहे पर पहुंचे थे। जहां सत्यवान सिंह, रविन्द्र कुशवाह, थान सिंह यादव और मुकेश शर्मा नाम के पुलिसकर्मी तैनात थे। ये चारों यहां से गुजर रहे सभी वाहनों से अवैध वसूली करने में लगे हुए थे। जब उनसे भी वसूली करने की कोशिश की गई तो इन्हें पकड़ लिया गया। जिसके बाद चारों की जानकारी रात में ही ग्वालियर एसपी अमित सांघी को दी गई और उनके कहने पर इनको सस्पेंड कर दिया गया।