केजरीवाल की लूट पार्टी : 1 करोड़ के समोसे और 12000 की थाली हजम, फिर भी ‘आम आदमी’!
नई दिल्ली – एक तरफ जहां यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार मामूली आय वालों, गरीबों, मजदूरों को 5 रुपये में भोजन उपलब्ध कराने के लिए अन्नपूर्णा भोजनालय शुरू करने जा रही है। तो वही दूसरी ओर खुद को ‘आम आदमी’ कहने वाले केजरीवाल एंड कंपनी जनता के पैसो से 12 हजार की थाली और 1 करोड़ के समोसे हजम कर रही है। केजरीवाल के काले कारनामों का खुलासा अब एक-एक कर होने लगा है। हाल ही में थाली घोटाले के बाद दूसरा समोसा घोटाला सामने आया है। थाली घोटाले में जहां केजरीवाल ने अपनी सरकार के एक साल पूरे होने पर अपने मेहमानों को 16025 रुपये की थाली खिलाई तो वहीं 1 करोड़ के समोसे भी खिलाये। Kejriwal and company samosa Scam.
केजरीवाल का समोसा घोटाला –
RTI के माध्यम से यह जानकारी सामने आई है कि केजरीवाल एंड कंपनी मिलकर जनता के पैसों से 1 करोड़ के समोसे ड़कार गए हैं। केजरीवाल के इस घोटाले का पर्दाफाश बीजेपी प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने मीडिया के सामने किया। तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने मीडिया को समोसे दिखाते हुए कहा कि हमें तो 7 रुपये और 10 रुपये और 20 रुपये में समोसे मिल रहे हैं, लेकिन वो समोसा नहीं मिला जो केजरीवाल की पार्टी के नेता खा रहे हैं, जिसकी कीमत 1 करोड़ रुपये है।
बीजेपी के नेता इस बात की आशंका जता रहे हैं केजरीवाल होटल वालों के साथ मिलाकर डील करके महंगे सामान का बिल बनवाकर उसका भुगतान सरकारी खजाने से कर रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले ही सामने आया था कि केजरीवाल ने एक पार्टी के लिए एक होटल से खाने का आर्डर दिया था। जिसमें हर थाली की कीमत टैक्स सहित 16000 रुपये थी।
केजरीवाल के नेता खाने में कर रहे घोटाले –
दिल्ली में MCD चुनाव नजदीक हैं और उससे ठीक पहले केजरीवाल सरकार पर लगातार खुलासे होते जा रहे हैं। इस मामले को लेकर बीजेपी ने केजरीवाल पर तीखा हमला किया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार की अय्याशियों पर बोलते हुए कहा है कि, ‘जब मैंने यह सुना तो हैरान रह गया। मुझे इसपर भरोसा ही नहीं हुआ। पहले मुझे ऐसा लगा कि ये रकम 1200 रुपये प्रति प्लेट होगी, लेकिन यह तो 12 हजार रुपये से भी ज्यादा है।’
ऐसा लगता है कि केजरीवाल ने अपने दो साल के कार्यकाल में मोदी पर आरोप लगाने और घोटाले करने के अलावा कोई काम नहीं किया है। केजरीवाल और उनके मंत्री विधायक सिर्फ जनता के पैसों पर मौज लेने में व्यस्त हैं।