जिस चौखट से दुल्हन बन हुई थी विदा, वहीं आने से पहले मिले माता-पिता और चाचा के शव
घर में जब बेटी की शादी किसी अच्छे घर हो जाती है तो परिवार के लोग खुश होते हैं। बहुत से मंदिर जाकर माथा भी टेकते हैं। भगवान से यह प्रार्थना करते हैं कि उनकी बेटी आने वाले जीवन में भी सुखी रहे। ऐसा ही कुछ सोच हाल ही में दुल्हन बनी बेटी के माता-पिता और चाचा उसे लेने उसके ससुराल जा रहे थे। लेकिन रास्ते में एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ कि उनकी खुशी मातम में बदल गई।
दरअसल राधनपुर हाईवे पर एक भयंकर हादसा हो गया। यहाँ एक कार पहले से खड़े ट्रक से टकरा गई। कार में बैठे नई नवेली दुल्हन के माता पिता और चाचा मौके पर ही मार गए। यह हादसा इतना भीषण था कि पूरी की पूरी कार के परखच्चे उड़ गए। राहगीरों ने मृत लोगों को कार से बाहर जैसे तैसे निकाला। पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई।
मरने वालों की पहचान किरणभाई, रेखाबेन और लाजपतराय मोतीराम केला के रूप में हुई। ये तीनों 20 दिन पहले ब्याह कर ससुराल गई अपनी बेटी को लेने जा रहे थे। वे उसे कुलदेवी के दर्शन करवाना चाहते थे। हालांकि ऐसा करने के पहले ही तीनों की हादसे में मौत हो गई। वे आखिरी बार बेटी से मिल भी नहीं सके। वहीं उनकी बेटी अपने माता पिता और चाचा का इंतजार ही करती रह गई। बेटी की ससुराल राजस्थान में हैं। यह तीनों गुजरात से कार से वहीं जा रहे थे।
उधर जब बेटी ने अपनी आंखों के सामने माता पिता का शव देखा तो वह बिलख उठी। वह अपने तीनों परिजनों के चेहरे बार बार देखती और रोती जाती। रोते रोते वह बार बार यही बोलती कि अभी बीस दिन पहले ही तो मम्मी पापा ने मुझे खुशी खुशी बिदा किया था। उन्होंने इसके लिए कुलदेवी से मन्नत भी मांगी थी। उसी को पूरा करने के लिए वे जा रहे थे। अब मुझे हमेशा के लिए अकेला छोड़ गए। ऐसा क्यों किया।
इस दुखद घटना के बारे में जिसने भी सुना वह अपने आंसू रोक नहीं पाया। सच में इस तरह की घटना हमे झंझोड़ कर रख देती है। इसलिए जब भी आप कहीं दूर सफर करने जाए तो हमेशा कोशिश करें कि बस, ट्रेन या फ्लाइट का ही इस्तेमाल करे। कार से दूर सफर करने में बहुत रिस्क रहता है। वहीं यदि कार से सफर करना पड़ भी जाए तो रात में नहीं करना चाहिए। गाड़ी भी किसी एकपार्ट ड्राइवर को ही चालानी चाहिए। तभी आप इस तरह के हादसे से बचे रह सकते हैं।