साल के पहले दिन नसीरुद्दीन ने दिया तेरहवीं का न्यौता, बोले- एक परिवार में एक मौत होती है लेकिन.
साल 2020 अपने कुछ अंतिम घंटों की गिनती कर रहा है. कुछ घंटों के बाद पूरी दुनिया नए साल में प्रवेश कर जाएगी. हर किसी के लिए मनहूस साबित रहा यह साल सभी की जिंदगी से विदाई ले लेगा. इस साल हर किसी के साथ ही कोरोना और लॉक डाउन के चलते हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. इस साल दर्शकों को कोई बड़ी फिल्म देखने को नहीं मिली है. लेकिन नए साल की शुरुआत के साथ ही दिग्गज़ अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की फिल्म ‘रामप्रसाद की तेरहवीं’ से उम्मीदें लगाई जा रही है.
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की यह फिल्म नए साला पर सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है और लोगों से नसीरुद्दीन ने इस फिल्म को देखने के लिए कहा है. बता दें कि, ‘रामप्रसाद की तेरहवीं’ सीमा पाहवा के निर्देशन में बनी है. सीमा ने निर्देशक के रूप में बॉलीवुड डेब्यू किया है. इस फिल्म को लेकर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने अपनी बात रखी है.
अपने तमाम फैंस से गुजारिश करते हुए नसीरुद्दीन शाह ने कहा है कि, ‘मैं दर्शकों के लिए यह सुनिश्चित कर देना चाहता हूं कि सिनेमाघर खुल चुके हैं और हम उन में प्रस्तुति भी दे रहे हैं. बैठने की क्षमता 50 फीसदी तक ही रखी गई है और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जा रहा है. कोरोना वायरस जैसी बीमारी से बचने के लिए सभी सुरक्षा इंतजाम अपनाए जा रहे हैं. इसलिए जरूरत है कि आप सभी अपने घरों को छोड़ें और हमारी फिल्म ‘रामप्रसाद की तेरहवीं’ को एक मौका दें. मैं समझता हूं कि महत्वपूर्ण फिल्म वह होती है जो अपनी दुनिया और अपने जमाने की सच्ची तस्वीर खींचे। और, यह फिल्म वैसी ही है.’
आगामी फिल्म ‘रामप्रसाद की तेरहवीं’ पर शाह ने कहा कि, ‘सीमा ने इस फिल्म में बहुत से अपने अनुभव जोड़े हैं जो आपको सिर्फ एक फिल्म की तरह दिखेंगे. यहां एक परिवार में एक मौत होती है लेकिन इस मौके पर पूरे परिवार के सदस्यों के मिलने पर स्थितियां थोड़ी अलग होती हैं, एक बहुत ही अजीब सा माहौल होता है जहां लोग समझ नहीं पाते कि उन्हें हंसना चाहिए या फिर रोना! यह कहानी उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर की है जो आप पर निश्चित ही एक असर डालेगी. यह फिल्म आप को सिनेमाघरों में जाकर देखनी ही चाहिए क्योंकि इसकी कहानी भी बिल्कुल जिंदगी की तरह ही है. थोड़ी विचित्र, थोड़ी खुशमिजाज और थोड़ी दुख भरी.’
पूरे देश में रिलीज हो रही है फिल्म..
जियो सिनेमा की तैयारी है कि इस फिल्म को पूरे देश में रिलीज किया जाए. फिल्ममेकर्स को इस फिल्म से काफी उम्मदें है, क्योंकि जब ‘रामप्रसाद की तेरहवीं’ का मुंबई फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर हुआ था तो इसे काफी पसंद किया गया था. इस फिल्म के चलते फिल्म की एक्ट्रेस सीमा पाहवा ने हाल ही में हुए ओटीटी फिल्मफेयर अवार्ड में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार इस फिल्म की मदद से जीता है.
इस फिल्म को लेकर एक ख़ास बात यह है कि, देश में खत्म हुए लॉक डाउन के बाद जब सिनेमाघर खुले है तो अब तक कोई बड़ी फिल्म या प्रभावित करने वाली फिल्म दर्शकों को देखने को नहीं मिली है. ‘सूरज पे मंगल भारी’ और एक्ट्रेस कियारा आडवाणी की फिल्म ‘इंदु की जवानी’ भी अपना जादू नहीं बिखेर सकी है. लेकिन इसी बीच दो हॉलीवुड फ़िल्में ‘टेनेट’ और ‘वंडर वूमन 1984’ दर्शकों को लुभा रही है. हालांकि बॉलीवुड फिल्म के मामले में इस फिल्म से काफी उम्मीदें हैं.
बता दें कि, ‘रामप्रसाद की तेरहवीं’ में अहम रोल में सीमा पाहवा और नसीरुद्दीन शाह के अलावा विनय पाठक, विक्रांत मेस्सी, कोंकणा सेन शर्मा, विनीत कुमार, मनोज पाहवा, सुप्रिया पाठक, परमब्रत चट्टोपाध्याय भी अहम किरदारों में देखने को मिलेंगे.