राजधानी एक्सप्रेस में भी सुरक्षित नहीं हैं यात्री, 4 बोगियों में लूट की वारदात, 5 पुलिसकर्मी निलंबित!
उत्तर प्रदेश और बिहार में अपराध और लूट मार की घटनाओं का आलम यह है कि राजधानी जैसी खास ट्रेनें भी सुरक्षित नहीं हैं. पहले मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में लूट की खबरें तो सुनने को मिलती ही थीं अब राजधानी एक्सप्रेस जैसी सबसे महंगी और सुरक्षित ट्रेनों में भी लूट की घटनाएं होने लगी हैं.
4 बोगियों में लूट की वारदात :
ताजा मामला पटना राजधानी एक्सप्रेस का है. बीती रात पटना राजधानी एक्सप्रेस के चार डिब्बों में लूट की वारदात हुई घटना से रेलवे और पुलिस प्रशासन सकते में है. जीआरपी एस्कॉर्ट की नाक के नीचे इतनी बड़ी लूट की वारदात को अंजाम दे दिया गया और जीआरपी के जवानों को खबर तक नहीं लगी.
घटना को उत्तर प्रदेश और बिहार के बॉर्डर पर दिया अंजाम :
Patna Rajdhani train dacoity: Three people injured in the incident. Victims file complaint pic.twitter.com/1AUuLLmUpY
— ANI (@ANI_news) 9 April 2017
घटना को उत्तर प्रदेश और बिहार के बॉर्डर पर अंजाम दिया गया. सिग्नल क्लियर नहीं होने का कारण ट्रेन को गहमर में रोक दिया गया मौका पाकर बदमाश ट्रेन में चढ़ गए. बताया जा रहा है कि एक बोगी का दरवाजा खुला हुआ था. बदमाशों ने दो सेकंड एसी और दो थर्ड एसी कोचों में जमकर उत्पात मचाया. लूटपाट के साथ ही बदमाशों ने यात्रियों के साथ मारपीट भी की.
यात्रियों की पुलिस कर्मियों से भी जमकर बहसबाजी हुयी :
बताया जा रहा है कि गहमर से बक्सर के बीच में इस घटना को अंजाम दिया गया और फिर बक्सर स्टेशन पर बदमाश उतर कर भाग गए. बक्सर पर ही यात्रियों ने स्टेशन पर उतर कर विरोध और प्रदर्शन करना शुरू किया तो पुलिसकर्मी उनसे ही भीड़ गए. यात्रियों की पुलिस कर्मियों से भी जमकर बहसबाजी हुयी.
फिलहाल इस मामले में एक कोच अटेंडेंट पर लापरवाही बरतने के लिए कार्रवाई की गयी है, इसके अलावा एक पुलिस इंस्पेक्टर समेत 5 पुलिस कर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है. रेलवे और पुलिस मामले में तेजी से जांच कर रही रही हैं. इस घटना ने पूरे रेलवे और पुलिस प्रशासन को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है.
इस तरह से अगर राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें सुरक्षित नहीं हैं तो देश में तमाम अन्य ट्रेनों की सुरक्षा की स्थिति आप समझ ही सकते हैं. बीते कुछ समय में उत्तर प्रदेश और बिहार में कई ऐसी घटनाएं हुयी हैं जो सुरक्षा के इन्तेजाम में बड़ी लापरवाही का सुबूत हैं.