…जब दुश्मन से साथ मिलकर लड़े भारत, चीन और पाक! – उड़ गए दुश्मन के चीथड़े!
नई दिल्ली – क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि ऐसे किसी युद्ध में दुश्मन की हालत क्या होगी जिसमें उसका सामना भारत, चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की सेनाओं से हो। सबसे पहले तो यह लगभग असंभव है कि कभी भारत, चीन और पाकिस्तान की सेनाएं एकजुट होकर दुश्मन से लड़ेंगी। लेकिन आज जो हम आपको बताने जा रहे हैं वो इस असंभव को संभव बनाने के काफी करीब है। यह आपके और हमारे लिए भले ही एक छोटी घटना हो लेकिन इतिहास में जब भी सवाल पूछा जाएगा कि क्या भारत, चीन और पाकिस्तान ने एक साथ कभी कोई लड़ाई लड़ी थी, तो इस घटना का जिक्र अवश्य होगा। Indian china and pak warships.
समुद्री लुटेरों से मिलकर लड़े भारत, पाक और चीन –
यह घटना आज उस वक्त हुई जब भारतीय, चीन और पाकिस्तान की नौसेनाओं ने अदन की खाड़ी में समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत एक व्यापारिक पोत को बचाने के लिए संयुक्त कार्रवाई की। इस घटना के बारे में जानकारी खुद भारतीय नौ-सैनिकों ने दी। चीन ने इस संयुक्त कार्रवाई में साथ देने के लिए भारत को धन्यवाद कहा है।
इस घटना के संबध में भारतीय नेवी के प्रवक्ता ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि तुवाला का व्यापारिक जहाज OS 35 जब मलेशिया के केलांग से यमन की यात्रा पर जिसके यमन बंदरगाह पर पहुंचते ही अदन की खाड़ी में समुद्री डाकुओं ने इस व्यापारिक पोत को हाईजैक कर लिया।
Bulk carrier OS35(Flag Tuvalu) hijacked by Pirates in Gulf of Aden. INS Mumbai &Tarkash in area diverted 2render assistance @SpokespersonMoD pic.twitter.com/z2x12bUVkm
— SpokespersonNavy (@indiannavy) April 9, 2017
भारत, पाक और चीन ने मिलकर समुद्री लुटेरों से लिया लोहा –
हाईजैक होने के बाद इस व्यापारिक जहाज का सायरन बजने लगा जिसके बाद भारतीय नौसैनिक आईएनएस मुंबई और आईएनएस पोत को लेकर उस ओर जाने लगे। जिसके बाद भारतीय नौसेना ने व्यापारिक पोत के कैप्टन से संपर्क किया। हाईजैक होने से पहले कैप्टन ने अपने कुछ क्रू मेंबर के साथ खुद को एक स्ट्रॉन्ग रूम में बंद कर लिया था।
भारतीय नौसेना ने चीन को पीएलए कम्यूनिकेशन और एयर सपोर्ट मुहैया कराया। 178 मीटर लंबे ओएस 35 को साफ कराने के लिए चीन ने अपने 18 कर्मियों को वहां तैनात किया, जिन्हें भारतीय नौसेना ने कम्यूनिकेशन और एयर सपोर्ट की सुविधा उपलब्ध करायी। कुछ देर के बाद वहां पाकिस्तान और इटली के युद्धपोत भी पहुंच गए। जिसके बाद समुद्री लुटेरे वहां से भाग गए।