सौरव गांगुली के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें हुईं तेज, दादा ने की बंगाल राज्यपाल से मुलाकात
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने रविवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और कई विषयों पर इनसे के साथ चर्चा की। इस मुलाकात के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक ट्वीट भी किया और अपनी मुलाकात की जानकारी लोगों को दी। ट्वीट करते हुए राज्यपाल ने लिखा कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से राजभवन में विभिन्न मुद्दों पर संवाद हुआ। देश के सबसे पुराने क्रिकेट मैदान इडेन गार्डन का दौरा करने का उनका प्रस्ताव स्वीकार किया। इडेन गार्डन की स्थापना 1864 में हुई थी।
Had interaction with ‘Dada’ @SGanguly99 President @BCCI at Raj Bhawan today at 4.30 PM on varied issues.
Accepted his offer for a visit to Eden Gardens, oldest cricket ground in the country established in 1864. pic.twitter.com/tB3Rtb4ZD6
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) December 27, 2020
कल गांगुली राजभवन शाम करीब साढ़े चार बजे पहुंचे थे और उन्होंने करीब एक घंटे तक राज्यपाल से बातचीत की। इस मुलाकात की खबर जैसे ही बाहर आई तो कयास लगाए जाने लगे की गांगुली भी बंगाल के आगामी विधानसभा चुनाव से अपना राजनीतिक करियर शुरू कर सकते हैं। कहा जाने लगा की शायद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली साल 2021 में बंगाल में होने वाले चुनाव में बीजेपी का प्रचार भी कर सकते हैं। हालांकि राजभवन के सूत्रों का कहना है कि ये ‘शिष्टाचार भेंट’ थी और इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है।
गांगुली से हुई मुलाकात पर धनखड़ ने कहा कि उन्होंने ‘विभिन्न मुद्दों’ पर चर्चा की। हालांकि ये मुद्दे क्या थे राज्यपाल ने इसके बारे में जानकारी नहीं दी। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष का यहां के इडेन गार्डन स्टेडियम में आने का न्योता स्वीकार कर लिया है। वहीं गांगुली की और से इस मुलाकात को लेकर अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
दरअससल साल 2021 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस राज्य में इस समय ममता बनर्जी की सरकार है और ममता बनर्जी को इस चुनाव में हराने के लिए बीजेपी दिन रात मेहनत कर रही हैं। समय-समय पर बीजेपी के बड़े नेता पश्चिम बंगाल का दौरा कर रहे हैं और राज्य में कमल खिलाने की कोशिशों में लगे हुए हैं। इसी बीच सौरव गांगुली की इस मुलाकात को लेकर कई सारे कयास लगाने शुरू हो गए।
गौरतलब है कि ऐसे कई जाने माने भारतीय क्रिकेटरों हैं जो कि राजनीति में सक्रिय हैं। ऐसे में अटलकें लगाई जा रही हैं कि शायद दादा भी अपना राजनीतिक करियर शुरू कर सकते हैं।