बेहद ख़ूबसूरत दिखती है कैलाश खेर की पत्नी शीतल, सिंगर से उम्र में हैं 11 साल छोटी
कैलाश खेर का नाम हिंदी सिनेमा के मशहूर गायकों में शुमार हैं. कैलाश खेर ने अपनी गायकी के दम पर अपना एक अलग और एक ख़ास मुकाम बनाया हैं. उनकी आवाज का जादू फैंस के सिर चढ़कर बोलता हैं.
कैलाश खेर ने हिंदी सिनेमा को कई शानदार गाने दिए हैं. छोटी उम्र से ही कैलाश खेर संगीत की ओर प्रभावित थे और उन्होंने महज 4 साल की उम्र में गाना शुरु कर दिया था.
गायक कैलाश खेर अपनी बेहतरीन और सुरीली आवाज के चलते देश-दुनिया में अपनी एक ख़ास पहचान रखते हैं. कैलास खेर का जन्म 7 जुलाई 1973 को उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में हुआ था. कैलाश ने बॉलीवुड में एक लंबा सफर तय कर लिया है और आज भी उनका सफ़र जारी है. कैलाश ने ऋषिकेश में साधु-संतों के बीच में रहकर गायन कला को मजबूती दी है.
कैलाश के पिता कश्मीरी पंडित थे और उनके पिता लोक गीतों में रूचि रखते थे. अपने पिता का यह असर कैलाश पर भी देखने को मिला. उनके पिता कार्यक्रमों में पारंपरिक गीत गाया करते थे. जहां कैलाश फ़िल्मी गाने पसदं करते थे तो वहीं कैलाश के पिता पारंपरिक और लोक गीतों को गाते थे.
इसी के चलते जब कैलाश ने गायकी में करियर बनाने का फ़ैसला किया तो उनके परिवार ने इस पर आपत्ति जताई. लेकिन वे मन बना चुके थे और कैलाश अपना सपना पूरा करने के ले घर छोड़कर चले गए थे. इस समय उनकी उम्र महज 14 साल थी.
कैलाश बचपन से ही संगीत से बहुत प्रेम करने लगे थे. आगे जाकर उन्हें इस प्रेम ने बहुत मान-सम्मान भी दिलाया. कैलाश ने घर छोड़ने के बाद दिल्ली का रूख किया. दिल्ली में उन्होंने संगीत को करीब से जाना और इसकी शिक्षा ली. उनके पास कोई काम नहीं था और न ही पैसे थे. ऐसे में कैलाश ने अपना खर्चा चलाने के लिए बच्चों को संगीत का ट्यूशन देने का काम शुरू कर दिया. इसके साथ उनका संगीत का ज्ञान और भी गहरा होता गया.
दिल्ली में कैलाश को एक बच्चे को संगीत की पढ़ाई के बदले 150 रु मिला करते थे. हालांकि इसके बाद एक समय ऐसा आया जब उन्होंने आत्महत्या तक करने के बारे में सोचा था. उन्होंने 1999 में अपने एक दोस्त के साथ हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू किया. लेकिन दोनों दोस्तों को इसमें भारी घटा हुआ और कैलाश ने अपनी ज़िंदगी अपने ही हाथों खत्म करने का मन बना लिया था.
दिल्ली से अब कैलाश खेर ऋषिकेश चले गए. यहां साधु-संतों के बीच वे भजन गाने लगे. वे यहीं साधु-संतों के साथ ही रहा भी करते थे. यहां शुद्ध और सकारात्मक वातावरण के बीच कैलाश खेर ने फिर मुंबई में आकर बॉलीवुड में करियर बनाने का फ़ैसला लिया. 2001 में वे मुंबई आ गए थे.
कैलाश संगीतकार राम संपत ने मुंबई में जब एड में जिंगल्स गाने का मौका दिया तो वे फिर पहचाने जाने लगे. इसके बाद कैलाश की गाड़ी चल पड़ी. कैलाश खेर की निजी ज़िंदगी के बाजरे में बात करें तो उनकी पत्नी का नाम शीतल है. कैलाश और शीतल ने साल 2009 में शादी की थी. कैल्श अपनी पत्नी से उम्र में 11 साल बड़े हैं.
कैलाश खेर अपनी पत्नी के बारे में बताते हैं कि, ‘हम दोनों अलग अलग दुनिया के प्राणी हैं. मैं संकोची किस्म का हूं जबकि वह मुंबई में पली बढ़ी मॉडर्न ख्यालों की हैं. एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हमारी मुलाकात हुई थी. हमारे बीच एक समानता थी वह है संगीत. जिसने हमें जोड़ा.‘ बता दें कि कैलाश और शीतल का एक बेटा हैं. जिसका नाम कबीर हैं.