मोदी ने जारी की PM Kisan योजना की 7वीं किस्त, 9 करोड़ किसानों के खाते में भेजे 2000 रुपए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पीएम-किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत 2000 रुपए की किस्त जारी कर दी है। पीएम मोदी ने 6 राज्यों के करोड़ों किसानों से वर्चुअल संवाद भी किया और नौ करोड़ से अधिक किसानों को 18,000 करोड़ रुपए की किस्त जारी की। अभी तक इस योजना के तहत केंद्रीय सरकार 28 हजार 443 करोड़ रुपए की राशि किसानों में बांट चुकी है। दरअसल केंद्र सरकार की इस योजना के तहत हर पात्र किसान को साल भर में 6000 रुपए दिए जाते हैं। ये पैसे दो-दो हजार रुपए की तीन किस्तों में जारी किए जाते हैं। अभी तक सराकरी की ओर से 6 किस्ते जारी की गई हैं। जबकि आज पीएम मोदी ने सातवीं किस्त जारी की है।
कल पीएम मोदी ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया था और लिखा था कि कल (शुक्रवार) का दिन अन्नदाताओं के लिए बेहद अहम है। दोपहर 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 9 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को पीएम-किसान की अगली किस्त जारी करने का सौभाग्य मिलेगा। इस अवसर पर कई राज्यों के किसान भाई बहनों के साथ बातचीत भी करूंगा।
वहीं आज किस्त जारी करते हुए प्रधानमंत्री ने इस योजना के लाभार्थियों को संबोधित किया और कहा कि 9 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधे, एक क्लिक पर 18 हज़ार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। जब से ये योजना शुरू हुई हैं। तब से 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा किसानों के खाते में पहुंच चुके हैं।
अपने संवाद में मोदी ने अरुणाचल प्रदेश के किसान गगन पेरिंग से बात की। गगन पेरिंग ने मोदी से बात करते हुए कहा कि उन्हें पीएम किसान निधि के तहत 6,000 रुपए मिले हैं। जिसका उपयोग उन्होंने ऑर्गेनिक खाद और दवा खरीदने में किया। गगन ने आगे कहा कि एफपीओ के तहत उनके साथ 446 किसान जुड़े हैं, जो ऑर्गेनिक अदरक उगाते हैं। गगन की ये बात सुनकर मोदी ने उनसे पूछा कि क्या कंपनी सिर्फ आपकी अदरक ले जाती है या साथ में जमीन भी ले जाते हैं? इस पर गगन ने कहा कि नहीं, कंपनी जमीन नहीं ले जाती। गगन की इस बात पर पीएम मोदी ने कहा कि आप इतनी दूर अरुणाचल प्रदेश में बैठे हैं और कह रहे हैं कि आपकी जमीन सुरक्षित है। मगर यहां किसानों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है कि किसानों की जमीन ले ली जाएगी।
विपक्षी पर किया हमला
मोदी ने संवाद करते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष किसानों के नाम पर अपनी विचारधारा को आगे बढ़ा रहा है और उनके बीच भ्रम फैला रहा है। यदि किसान अनुबंध खेती करेंगे तो उनकी जमीन चली जायेगी। कुछ पार्टियां नए कृषि कानूनों का विरोध कर अपना राजनीतिक एजेंडा आगे बढ़ा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि स्वार्थ की राजनीति करने वालों को जनता बहुत बारीकी से देख रही है। जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते, वो दल यहां किसान के नाम पर दिल्ली के नागरिकों को परेशान करने में लगे हुए हैं।
पीएम मोदी ने ममता सरकार का जिक्र भी अपने इस भाषण में किया और कहा कि मुझे अफसोस है कि पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है। बंगाल के 23 लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं। लेकिन राज्य सरकार ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को इतने लंबे समय से रोक रखा है। ममता बनजी सरकार ने पश्चिम बंगाल को बर्बाद किया है। ये सरकार राज्य के किसानों को मिलने वाला लाभ रोककर राजनीति कर रही है।