जय गौमाता : हिन्दू धर्म में यूं ही नहीं कहा जाता है गाय को माता, इसके पीछे हैं कुछ रोचक रहस्य
भारत में गौ (गाय) को माता का दर्जा मिला है। पौराणिक काल से ही हमारे देश में गाय को मां के रूप में स्वीकार किया गया है। इसके पीछे एक बड़ा कारण ये है कि गाय एक बेहद ही उपयोगी पशु है। गाय खेतों में हल जोतने के काम तो आते ही हैं, इसके अलावा गाय का दूध, घी, छाछ, पनीर आदि घर के रसोई की शोभा भी बढ़ाते हैं। यही नहीं गौमूत्र और गोबर का प्रयोग भी पूजा-पाठ आदि में किया जाता है।
बता दें कि गाय का महत्व न सिर्फ पुराणों में बताया गया है, बल्कि वास्तुशास्त्र में भी गौमाता को बेहद खास माना गया है। मान्यता है कि जहां गाय का वास होता है, वहां से सभी वास्तु दोष अपने आप ही दूर हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं, गाय के बारे में कुछ अन्य बातें…
गौ माता वास्तुदोष से दिलाती हैं छुटकारा…
मान्यता है कि गाय घर के जिस जगह पर खड़ी होकर चैन की सांस लेती है, वहां से सभी वास्तुदोष दूर हो जाते हैं। इसके अलावा अगर गौमाता घर में खुशी से रंभाने लगे तो घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। वास्तुशास्त्र में कहा गया है गौ माता के गले में घंटी बांधकर जरूर रखनी चाहिए, क्योंकि गाय के गले में बंधी घंटी बजने से गौ माता की आरती होती है।
अगर आपके घर में गाय नहीं हैं, मगर घर के सामने रोज गाय आते हैं तो ये अच्छे दिन के संकेत हैं। साथ ही घर के मुख्यद्वार से वास्तुदोष भी मिटता है और घर में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।
गौ माता की सेवा करने से होते हैं ये फायदे
माना जाता है कि जो लोग नियमित गौ माता की पूजा अर्चना और सेवा करते हैं, उन्हें दुख कभी छू भी नहीं सकता है। ऐसे लोगों पर पड़ने वाली सभे विपदाओं का हरण गौ माता कर लेती हैं। गाय के खुर में देवताओं का वास माना गया है, ऐसे में गौ माता जहां जहां विचरण करती हैं वहां सांप बिच्छू कभी नहीं आते हैं।
गाय के पूंछ से दूर होती है नजर दोष
पौराणिक मान्यता है कि गाय के गोबर में मां लक्ष्मी का वास होता है और उनकी एक आंख में सूर्य तो दूसरी आंख में चंद्रदेव बसते हैं। साथ ही गौ माता के दूध में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करते हैं और इंसान को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं।
गौ माता की पूंछ में हनुमानजी का वास माना गया है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को बुरी नजर लग जाए तो गौ माता की पूंछ से झाड़ लगाकर नजर उतारी जाती है।
रोगों का नाश करती है गौ माता
गौ माता की पीठ पर उभरे हुए कुबड़ में सूर्य केतु नाड़ी होती है। माना जाता है कि रोजना सुबह गौ माता के पीठ पर हाथ फेरने से सभी रोगों का नाश होता है। गाय को चारा खिलाने से 33 करोड़ देवी देवताओं को भोग लग जाता है, क्योंकि गौ माता में 33 कोटी देवी देवताओं का वास माना गया है। ऐसे में गौ माता को हर रोज चारा जरूर खिलाना चाहिए।
भाग्योदय करती हैं गौ माता
अगर आपके बने बनाए काम बिगड़ रहे हैं और किस्मत आपका साथ नहीं दे रही है, तो ये उपाय आपके लिए एकदम कारगर सिद्ध हो सकती है। लिहाजा अपनी सोई हुई किस्मत को जगाने के लिए हथेली में थोड़ा सा गुड़ रख लें और गौ माता को चीभ से चटाएं।
अगर आपकी हथेली पर रखे गुड़ को गौ माता जीभ से चाटती हैं तो आपकी सोई किस्मत फिर से जग जाएगी। साथ ही गौ माता के चारों चरणों के बीच से निकलकर परिक्रमा करने से इंसान भयमुक्त हो जाता है।
गौ माता ऐसे शांत करती हैं नवग्रह
हिंदू धर्म के कई ग्रंथों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि काली गाय की पूजा करने से नवग्रह शांत होते हैं। साथ ही जो इंसान पूरे विधि विधान के साथ गौ माता की पूजा करता है उसे गुप्त शत्रुओं से छुटकारा मिलता है।
अगर आपका कोई काम नहीं बन रहा है या कोई बना बनाया काम बिगड़ गया है और आप उसे बनाना चाहते हैं तो गौ माता के कान में उस बारे कहिए। आपका रूका हुआ काम अगले कुछ दिनों में जरूर बन जाएगा।