हाईवे पर बेटी के साथ भटक रही थी महिला, गांव का पता भूल कर चली गयी थी अनजाने जगह ..
एक महिला अपने दामाद के घर का रास्ता भूल गई और देर रात हाइवे पर भटकती रही। पुलिस ने जब इस महिला को देखा तो इसकी मदद की और सही सलामत इसे घर तक पहुंचाया। दरअसल ग्रेटर नोएडा में महिला का दामाद रहता था और ये महिला अपनी तीन साल की बेटी के साथ दामाद के घर जाने के लिए निकली थी। लेकिन ये लोग रास्ता भूल गए और परेशान होकर हाइवे पर घूमने लगे। पुलिस के अनुसार ये महिला मथुरा से आई थी और इनके पास दामाद के घर का सही पता नहीं था। जिसके कारण ये कई घंटों तक रास्ते पर भटकती रही। वहीं जब पुलिस को इनके बारे में जानकारी मिली तो पुलिस ने इनकी मदद की। पुलिस ने दो घंटे के प्रयास के बाद महिला के दामाद का सटीक पता निकालकर, इन्हें सुरक्षित वहां पहुंचा दिया।
उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से किए गए इस नेक कार्य की हर कोई सराहना कर रहा है। महिला के परिवार वालों का भी कहना है कि यदि पुलिस ने मदद नहीं की होती तो कोई अनहोनी भी हो सकती थी। ये पूरा मामला सेक्टर-145 के पास स्थित एक्सप्रेस वे का है। रात करीब 8:10 बजे एक महिला अपनी 3 साल की बच्ची के साथ एक्सप्रेस-वे पर घूम रही थी और इधर-उधर भटक रही थी। तभी नॉलेज पार्क के पास गश्त दे रही पुलिस को महिला व उसकी बेटी रास्ते पर दिखी।
पुलिस ने महिला से उसका नाम और पता पूछा। महिला ने पुलिस को बताया कि उसका नाम सरबती है। पति का नाम दुलीचंद है। वो सुरीर, मथुरा से नोएडा में अपनी बेटी के यहां जाने के लिए आई थी। मेरी बेटी सहनजी गांव में रहती हैं, जो एक्सप्रेस वे के पास ही पड़ता है। महिला से मिली इस जानकारी को कंट्रोल रूम तक पहुंचाया गया। जिसके बाद पुलिस ने सहनजी गांव का पता लगाने की कोशिश की। लेकिन इस नाम का कोई गांव पूरे गौतमबुद्धनगर जिले में नहीं पाया गया।
महिला के पास किसी का भी मोबाइल नंबर नहीं था। जिसके कारण पुलिस महिला के परिजनों से भी बात नहीं कर सकी। हालांकि महिला बार बार गांव का नाम सहनजी बोल रही थी। पुलिस ने अपना दिमाग लगाते हुए पाया की महिला CNG बोल रही थी। पुलिस ने महिला से पूछा कि क्या सहनजी के पास गाड़ियां खड़ी होती हैं? तब उसने बताया कि हां वहां बसें भी खड़ी होती हैं।
इसके बाद पुलिस ने हाइवे के पास पड़ने वाले सभी CNG पंपों की जानकारी निकाली। थाना इकोटेक प्रथम एरिया में मुरसदपुर गांव के पास CNG पंप पाया गया। महिला को पंप के पास ले जाया गया। पंप देखते ही महिला खुश हो गई और बोली यही है। फिर आगे का घर तक का रास्ता महिला ने खुद बता दिया। महिला को सुरक्षित उसकी पुत्री और दामाद के पास पहुंचा दिया गया।
वहीं बेटी-दामाद से मिलते ही महिला की आंखे भर आई। महिला के दामाद विजयपाल ने बताया कि ये दिन के 2 बजे से सुरीर से चली हुई हैं। हम लोगों ने इनकी चिंता में खाना तक नहीं खाया। हम भी किसी अनहोनी से डरे हुए थे।