अमित शाह ने कहा- सोनार बांग्ला का सपना होगा पूरा, जनता के दिल में खिल चुका है बीजेपी का कमल
बीजेपी पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होने वाले चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी तेजी से कर रही है। आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के बंगाल दौरे पर पहुंचे। बंगाल दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सबसे पहले कोलकाता स्थित रामकृष्ण मिशन में जाकर स्वामी विवेकानंद को नमन किया, उसके बाद रैली को संबोधित किया। जैसे ही अमित शाह कोलकाता में पहुंचे उसके बाद राज्य के सियासी हलचल तेज हो गई थी।
आपको बता दें कि अमित शाह ने खुदीराम बोस और रामकृष्ण आश्रम में स्वामी विवेकानंद को नमन करने के पश्चात इन्होंने सिद्धेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की। बंगाल दौरे के दूसरे दिन अमित शाह बीरभूम पहुंचे, यहां उन्होंने हनुमान मंदिर स्टेडियम से बोलपुर सर्कल तक रोड शो किया था। इस रोड शो में भारी भीड़ देखने को मिली थी। इस रोड शो में जमकर श्रीराम के नारे लगे थे। अमित शाह ने इस दौरान यह कहा था कि मैंने अभी तक इस तरह का रोड शो नहीं देखा। यह सब परिवर्तन की लहर है। यहां पर जितने भी लोग आए हैं, इन सभी लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास है।
गृह मंत्री अमित शाह ने रोड शो के दौरान मीडिया से बातचीत की थी। इस बातचीत में इन्होंने कहा था कि बंगाल विकास के मार्ग से भटक गया है। उन्होंने कहा था कि अगर बीजेपी को मौका दिया जाएगा तो 5 साल में बंगाल को “सोनार बांग्ला” बना देंगे। उन्होंने आगे यह कहा था कि बंगाल की सभी जनता के दिल में बीजेपी का कमल खिल चुका है। अमित शाह ने कहा कि बंगाल के गांव-गांव तक बीजेपी पहुंच चुकी है। वर्तमान समय में सभी गांव वाले बंगाल में बीजेपी का स्वागत कर रहे हैं। बंगाल के सभी लोग यही चाहते हैं कि यहां पर बदलाव आए।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बंगाल की जनता के दिल में बीजेपी का कमल खिल चुका है। इस बार बंगाल में 200 सीटों के साथ बीजेपी की सरकार बनेगी। अमित शाह ने रोड शो के दौरान यह कहा था कि आपने तीन दशक कांग्रेस को, 27 साल कम्युनिस्टों को और 10 वर्ष ममता दीदी को दिए हैं। अगर एक मौका बीजेपी को मिलेगा तो हम बंगाल को सोनार बांग्ला बना देंगे।
अमित शाह ने ममता बनर्जी पर भाई-भतीजावाद का भी आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि यह परिवर्तन ममता के भाई-भतीजावाद को खत्म कर देगा। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी का मकसद किसी को टक्कर देना नहीं है बल्कि परिवर्तन लाना है।
गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों के आंदोलन पर बात करते हुए यह कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा की गई अपील का किसानों पर प्रभाव अवश्य पड़ेगा। हमारी सरकार किसानों के हर सवाल पर खुले मन से विचार करने को पूरी तरह से तैयार है परंतु किसी को भी जिद नहीं करनी चाहिए। हम यही चाहते हैं कि किसान हमारी सुनें और हम किसानों की सुनें। उसके बाद जो भी मुद्दा है, उस पर उचित निर्णय लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बातचीत से ही मुद्दे पर उचित निर्णय लिया जा सकता है। बिना किसी की बात कहे-सुने उचित निर्णय लेना असंभव है।