प्रेम की मिसाल हैं ज्ञानप्रकाश, बीमार पत्नी की देखभाल के लिए घर को बना दिया अस्पताल
आप लोगों ने फिल्मों और किताबों में सच्चे प्यार की बहुत सी कहानियां देखी और पढ़ी होंगी। ऐसा बताया जाता है कि असल जिंदगी में सच्चा प्रेम बहुत ही कम किस्मत वालों को मिलता है। प्रेम का रिश्ता आपसी समझ और प्यार का होता है। अगर हम पति-पत्नी के रिश्ते की बात करें तो यह रिश्ता बहुत ही पवित्र माना गया है। अपने रिश्ते से पति-पत्नी दुनिया की हर मुश्किल परिस्थिति को पार कर सकते हैं। पति-पत्नी का एक-दूसरे के ऊपर अटूट विश्वास ही प्रेम होता है। शादीशुदा जिंदगी विश्वास पर ही रहती है। ऐसा बताया जाता है कि मुसीबत में पति-पत्नी का एक दूसरे का साथ इस बात को दर्शाता है कि वह कितना प्रेम करते हैं। आज हम आपको एक ऐसे बुजुर्ग दंपति के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिन्होंने लोगों का दिल जीत लिया है।
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के जबलपुर के रहने वाले रिटायर्ड इंजीनियर ज्ञानप्रकाश ने अपनी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए अपने घर को ही हॉस्पिटल बना दिया। यह अपनी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। पत्नी को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए उन्होंने अपनी कार को भी एंबुलेंस में बदल डाला और यह दिन-रात अपनी पत्नी की सेवा में जुटे हुए हैं।
खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि ज्ञानप्रकाश जी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से रिटायर हुए हैं। इनकी उम्र 74 वर्ष की है। यह अपनी पत्नी कुमुदुनी के साथ अकेले रहते हैं। इनका बेटा और बेटी दोनों विदेश में रहते हैं। कुमुदनी को CO2 नार्कोसिस नाम की बीमारी है, इस बीमारी में उनके शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन पर्याप्त नहीं हो पाता है। उन्हें जीवित रहने के लिए लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता पड़ती है। 74 वर्षीय ज्ञान प्रकाश जी ने अपनी पत्नी कुमुदुनी को दवाइयों से लेकर इंजेक्शन तक लगाने का कार्य स्वयं करते हैं।
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कोरोना वायरस महामारी के बीच लोगों को अस्पतालों में बहुत से चक्कर काटने पड़ रहे हैं। संकट की इस घड़ी में ज्ञानप्रकाश जी के लिए लगातार अस्पतालों के चक्कर काटना बहुत परेशानी और थका देने वाला काम था। ऊपर से कोरोना होने का भी डर बना हुआ था, जिसकी वजह से ज्ञानप्रकाश जी ने अपनी पत्नी को अस्पताल से बेहतर और सुरक्षित माहौल देना चाहा। ज्ञान प्रकाश जी ने अपने घर को ही अस्पताल बना दिया और अपनी कार को ऑक्सीजन फिटेट एंबुलेंस में परिवर्तित कर दिया। ज्ञानप्रकाश जी ने अपने बेडरूम को अच्छे खासे अस्पताल के आईसीयू वार्ड से भी खास बनाया है। यहां वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, एयर प्यूरीफायर के साथ ऐसी भी कई सुविधाएं हैं जो आम अस्पतालों में भी उपलब्ध नहीं होती हैं।
खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि ज्ञानप्रकाश जी ने अपनी पत्नी के लिए कई मेडिकल डिवाइस भी बनाई है जिसमें मोबाइल स्टेथोस्कोप भी बेहद अनोखा है, इसके माध्यम से खुद ज्ञानप्रकाश जी डेली चेकअप करके डॉक्टर को भेज देते हैं और दवाइयों की सलाह भी लेते हैं। ज्ञानप्रकाश जी ने अपने घर में ऑक्सीजन सिलेंडर्स का पर्याप्त स्टॉक रखा है, जिसे वह खुद जरूरत पड़ने पर बदलते रहते हैं। ज्ञान प्रकाश जी की पत्नी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं, जिसकी वजह से उनके स्वास्थ्य में भी सुधार आने लगा है। सच मायने में देखा जाए तो ज्ञानप्रकाश जी ने प्रेम की मिसाल पेश की है। हम ज्ञानप्रकाश जैसे समर्पित व्यक्ति को सलाम करते हैं।