इन पुलिसकर्मियों ने ईमानदारी की पेश की मिसाल, मालिक की तलाश कर नोटों की गड्डियां लौटाई
अक्सर ये होता है कि कुछ पुलिसकर्मियों की वजह से पूरी पुलिस फोर्स बदनाम हो जाती है। सभी लोगों के मन में यही धारणा रहती है कि हर पुलिसवाले रिश्वतखोर होते हैं। रिश्वत खाकर यह कुछ भी कर सकते हैं परंतु ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। ऐसे बहुत से पुलिसकर्मी है जो हमेशा सच्चाई के मार्ग पर ही चलना पसंद करते हैं। कुछ गलत पुलिसकर्मियों की वजह से ईमानदार पुलिसकर्मी भी बदनाम हो जाते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे पुलिसकर्मियों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिन्होंने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। जी हां, इन पुलिसकर्मियों को नोटों की गड्डियां पड़ी मिली थी परंतु यह पैसे इनका ईमान नहीं डिगा पाए। इन पुलिसकर्मियों ने मालिक की तलाश करके सारे रुपए वापस लौटा दिए।
नहर की पटरी पर नोटों की गड्डियां पड़ी हुई मिली
दरअसल, हम आपको जिन पुलिसकर्मियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, उनके बारे में जानेंगे तो आप भी इनकी तारीफ करेंगे। यह मामला सहारनपुर का है। जहां पर गश्त कर रहे पुलिस कर्मियों ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। आपको बता दें कि ननौता थाने में तैनात हेड कांस्टेबल मोहम्मद अब्बास और कॉन्स्टेबल विशाल ढाका को नहर की पटरी पर नोटों की गड्डियां पढ़ी हुई मिली थी। इन नोटों की गड्डियों में ₹500 रुपये और ₹100 रुपये के नोट थे। यह पैसे काफी दूर तक फैले हुए थे। तब इन पुलिसकर्मियों ने उन सारे पैसे को एकत्रित कर लिया। जब पैसों को गिना गया तो यह रकम ₹50000 रुपये थी। इतने रुपए देखकर तो अच्छे-अच्छे लोगों का ईमान डगमगा जाता है परंतु इन पुलिसकर्मियों का इमान बिल्कुल भी नहीं डगमगाया। आसपास के इलाकों के लोगों से इन दोनों पुलिसकर्मियों ने पूछताछ करना शुरू किया। यह इसी कोशिश में लगे हुए थे कि आखिर यह पैसे किसके हैं? यह दोनों पुलिसकर्मी इन पैसों को इसके मालिक को वापस लौटाना चाहते थे।
काफी तलाश करने के बावजूद भी नहीं चला पता
इन दोनों पुलिसकर्मियों ने पैसों के मालिक की खूब तलाश की। सभी जगह पूछताछ की, परंतु लाख कोशिश करने के बावजूद भी इनको कोई भी जानकारी हासिल नहीं हो पाई, तब यह दोनों पुलिसकर्मी खोजबीन करते हुए जंधेड़ी चौकी पहुंच गए और वहां पर प्रभारी एसआई अनिल कुमार को पूरी घटना की जानकारी दी। उन्होंने एसआई को बताया कि उनको नहर की पटरी पर ₹50000 पड़े हुए मिले थे। एसआई ने इन पुलिसकर्मियों की इमानदारी की प्रशंसा की और बेहद खुश हुए।
मालिक की तलाश कर सारे रुपए लौटाए
आसपास के सभी क्षेत्रों में यह जानने की कोशिश की गई कि आखिर इतने रुपए किसके हैं। काफी छानबीन करने के बाद यह पता लगा कि यह पैसे अरुण कुमार पुत्र प्रेमचंद्र के हैं, जो नंदपुर गांव के रहने वाले हैं। यह पैसे खो जाने की वजह से वह काफी परेशान थे। जब इनको पुलिस ने बुलाया और उन्होंने देखा कि पैसे पुलिस के पास सुरक्षित है तो यह बेहद खुश हुए। पुलिस चौकी में सारे पैसे इसके मालिक को वापस लौटा दिए गए, जिसके बाद अरुण कुमार ने उन दोनों पुलिसकर्मियों का शुक्रिया अदा किया, इतना ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की पुलिस की भी इन्होंने खूब सराहना की। अरुण कुमार ने यह कहा है कि इस घटना के पश्चात उनके मन में पुलिस के प्रति इज्जत और अधिक बढ़ गई है। उनका सारा का सारा पैसा वापस मिल गया वह बेहद खुश हैं।