ये शख्स मुफ्त शिक्षा देकर बच्चों का सुधार रहा है जीवन, गरीब बच्चों को बनाना चाहते हैं IAS, IPS
शिक्षा सभी लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिक्षा हमारे आसपास की चीजों को सीखने का कार्य है। यह हमें किसी भी समस्या को आसानी से समझने और उससे निपटने में मदद करता है। शिक्षा हमारे पूरे जीवन में हर पहलू में संतुलन बनाता है। शिक्षा को हर इंसान का पहला और महत्वपूर्ण अधिकार माना जाता है। आप ऐसा समझ सकते हैं कि बिना शिक्षा के जीवन बिल्कुल अधूरा है। शिक्षा हमें अपने जीवन के लक्ष्य को निर्धारित करने और जीवन भर उस कार्य को करके आगे बढ़ने में सहायता करती है। ऐसा कहा जाता है कि शिक्षा का दान सबसे बड़ा दान होता है। हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो कुछ ऐसा ही कर रहे हैं। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के रहने वाले पराग दीवान गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ा कर उनका जीवन सुरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। यह बच्चों को पढ़ा कर बड़ा अधिकारी बनाना चाहते हैं।
गरीब बच्चों को मुफ्त पढ़ाकर जीवन सुरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं पराग दीवान
Around 120 students attend the class. I want at least one of my students to qualify for IAS and one for IPS. I am planning to open a school for children from underprivileged families where senior students will teach juniors: Parag Deewan in Jabalpur (12.11.2020) https://t.co/BXv8ZwkOVn
— ANI (@ANI) November 13, 2020
आपको बता दें कि पराग दीवान जबलपुर में कॉम्पटेटिव एग्जाम की कोचिंग चलाते हैं और इसके साथ ही यह गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दे रहे हैं। उनकी इस ओपन क्लास में फिलहाल 120 बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पर सभी बच्चे पढ़ने में सामान्य स्कूल में जाने वाले किसी बच्चे जितने ही तेज हैं। बच्चों को शिक्षा देने के लिए पराग दीवान खूब मेहनत कर रहे हैं। जिसका नतीजा यह निकल कर आया है कि जो बच्चे कल तक स्कूल और शिक्षा से दूर थे वह इतने होशियार हो चुके हैं कि भविष्य में वही बच्चे अधिकारी बन सकते हैं। पराग दीवान बच्चों को बड़ा अधिकारी बनाने का सपना देख रहे हैं।
फ्री शिक्षा अभियान के बारे में बात करते हुए पराग दीवान ने कहा-
पराग दीवान ने अपने द्वारा फ्री शिक्षा अभियान चलाने के बारे में बात करते हुए यह बताया कि जब उनकी माताजी का निधन हो गया था तब उसके पश्चात इन्होंने गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देने की जिम्मेदारी उठाई थी। पराग की माता जी का यह सपना था कि वह गरीब बच्चों के लिए एक स्कूल खोलें। अपनी मां का सपना पूरा करने के लिए पराग ने ओपन स्कूल की शुरुआत की। जबलपुर की नर्मदा नदी के गौरीघाट पर खुले आसमान के नीचे रोजाना शाम के वक्त पराग दीवान यहां गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देते हैं। इतना ही नहीं बल्कि बच्चों को जिंदगी में बड़े लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं।
पराग दीवान ने यह कहा कि वह एक स्कूल खोलने की योजना बना रहे हैं, जिस स्कूल में गरीब और जरूरतमंद परिवार वालों के बच्चे मुफ्त में शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। इस स्कूल के अंदर सीनियर द्वारा जूनियर को पढ़ाया जाएगा। पराग दीवान का यह सपना है कि उनकी इस क्लास में से कम से कम एक बच्चा आईएएस या आईपीएस अधिकारी बनें। पराग दीवान नि:स्वार्थ भाव से गरीब बच्चों का भविष्य सुधारने में लगे हुए हैं।