मां-बाप की ये छोटी-छोटी गलतियां बच्चों को बनाती हैं कमजोर, जानिए और रहें सावधान
बच्चे अपने माता-पिता के साथ शुरुआत में सबसे ज्यादा समय गुजारते हैं। जिसकी वजह से बच्चों के मन, स्वभाव और व्यवहार पर सबसे ज्यादा प्रभाव मां-बाप का ही पड़ता है। कई बार देखा गया है कि माता-पिता से जाने अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं जिसकी वजह से बच्चों के मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिसकी वजह से उन्हें जीवन में आगे कई तरह की चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बच्चे धीरे-धीरे भाई-बहन, माता-पिता, घर के अन्य सदस्य, दोस्तों और समाज में जीना सीखने लगते हैं परंतु माता-पिता का सहयोग सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर आपसे किसी भी प्रकार की गलती होती है तो इसका प्रभाव बच्चों के जीवन पर पड़ेगा। आज हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिन पर आपको ध्यान देना बहुत ही जरूरी है।
बच्चों को समय नहीं दे पाना
जैसा कि हम लोग जानते हैं वर्तमान समय में सभी लोगों का जीवन काफी व्यस्त हो चुका है। मां-बाप भी व्यस्त जीवन शैली की वजह से बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं जिसकी वजह से बच्चों के मानसिक विकास और सामाजिक विकास पर प्रभाव पड़ता है। माता-पिता के बिजी होने के कारण बच्चों को आजादी मिल जाती है और बच्चों पर मां-बाप ठीक प्रकार से नजर भी नहीं रख पाते हैं, जिसके चलते बच्चे अपने मन के मुताबिक काम करते रहते हैं। अगर बच्चों से कोई गलती हो जाती है तो मां-बाप उसको छुपाते हैं और झूठ तक बोलते हैं। इसी वजह से आप अपनी बिजी लाइफ में से बच्चों के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें।
बच्चों की हर ज़िद को पूरी करने के पीछे ना भागें
बच्चे अपने माता-पिता से किसी ना किसी चीज को लेकर जिद करते रहते हैं। माता-पिता भी चाहते हैं कि वह अपने बच्चों की सभी इच्छाओं की पूरी करें। माता-पिता अपने बच्चों से बेहद प्यार करते हैं, वह अपने बच्चों की सारी खुशियों का ध्यान देते हैं। बच्चों को खुश रखने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं परंतु मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक अगर बच्चों की बचपन से ही हर तरह की इच्छाएं पूरी की जाएं तो उनका व्यावहारिक विकास ठीक प्रकार से नहीं हो पाता है। हम सभी के जीवन में व्यवहारिक विकास बहुत महत्वपूर्ण होता है। मां-बाप को इस बात का ध्यान रखना होगा कि कुछ अवसरों पर आप अपने बच्चों की इच्छाओं को ठुकरा सकते हैं। अपने बच्चों को सही और गलत समझाने की कोशिश कीजिए, इससे बच्चों के जीवन में अनुशासन आएगा। बच्चों की हर जिद को पूरी करने के पीछे भागना ठीक नहीं है।
बच्चों को ज्यादा बंधनों में रखना
बच्चों का मन बेहद चंचल होता है उनको क्या सही है और क्या गलत है? इस बात की बिल्कुल भी समझ नहीं होती है। बहुत से मां-बाप होते हैं जो अपने बच्चों के बिगड़ने के डर से उन्हें बचपन से ही बहुत अधिक बंधन में रखते हैं परंतु आपकी इस गलती की वजह से बच्चे का मानसिक विकास ठीक प्रकार से नहीं हो पाता है।
बच्चों से जरूरत से ज्यादा उम्मीद करना
मां-बाप यही चाहते हैं कि उनके बच्चे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरें परंतु कई बार ऐसा होता है कि मां-बाप जो उम्मीद लगा कर बैठे रहते हैं, उनकी उम्मीदों पर बच्चे खरा नहीं उतर पाते हैं। ऐसी स्थिति में मां-बाप अपने बच्चों के ऊपर लगातार मानसिक दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। अगर आप ऐसी गलती करते हैं तो इसकी वजह से बच्चे का मस्तिष्क ठीक प्रकार से विकसित नहीं हो पाता है, इतना ही नहीं बल्कि बच्चे की सीखने सीखने की क्षमता भी प्रभावित हो जाती है।
बच्चों को मारने और डांटने की गलती
मां-बाप अक्सर अपने बच्चों को सुधारने की कोशिश करते हैं, जिसके चलते कई बार बच्चों को मारते और डांटते भी हैं, परंतु आपकी इस गलती की वजह से बच्चा डिप्रेशन में जा सकता है। बच्चे में विरोधी मानसिकता के पनपने की संभावना रहती है। अगर आप अपने बच्चों को मारते और डांटते हैं तो इसकी वजह से उनमें मां-बाप के प्रति गलत नजरिया बनने लगता है। बच्चों का पढ़ाई-लिखाई में भी ठीक प्रकार से मन नहीं लगता है, इसलिए मां-बाप को इस बात का ध्यान रखना होगा कि बच्चों को डांटने और मारने से कहीं बेहतर यह होगा कि आप अपने मन को शांत रखें और बच्चों को बैठाकर उनको समझाने की कोशिश कीजिए। अगर आप बच्चों का भरोसा जीत लेते हैं तो बच्चा अपने आप ही सुधर जाएगा।