एम्स ने CBI को सौंपी विसरा रिपोर्ट, विकास सिंह ने कहा ‘गला घोंटने से हुई मौत है, आत्महत्या नहीं
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स के पैनल ने अभिनेता सुशांत सिंह के विसरा के आधार पर जो रिपोर्ट तैयार की है, उसे केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिया गया है। इस रिपोर्ट में एम्स ने इस बात का खुलासा किया है कि अभिनेता सुशांत की हत्या हुई थी या उन्होंने आत्महत्या की थी। दरअसल सीबीआई ने जब सुशांत केस की जांच शुरू की थी। तो एम्स से अनुरोध किया था कि वो सुशांत की ऑटोप्सी और विसरा रिपोर्ट की जांच करें। जिसके बाद एम्स ने एक टीम का गठन किया था और इस टीम के डॉक्टरों ने मिलकर सुशांत की ऑटोप्सी और विसरा रिपोर्ट की जांच के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार की है। बताया जा रहा है कि अब ये रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी गई है। हालांकि इस रिपोर्ट में क्या लिखा गया है, इसका खुलासा अभी तक नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार, एक बैठक के बाद एम्स के डॉक्टरों के पैनल ने अपने निर्णायक निष्कर्ष रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी है। एम्स पैनल ने जो रिपोर्ट बनाई है उसे विशेषज्ञ की राय के रूप में लिया जाएगा और डॉक्टर अभियोजन पक्ष के गवाह होंगे। इसलिए इस केस में ये रिपोर्ट काफी अहम साबित होने वाली है।
सीबीआई ने पेश की सफाई
सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने हाल ही में सीबीआई की जांच पर सवाल उठाए थे और कहा था कि
सीबीआई की जांच से निराश हूं। इस केस को हत्या में बदलने में देर की जा रही है। एम्स टीम का हिस्सा रहे डॉक्टर ने मेरे द्वारा भेजी गई तस्वीरों को देखकर बताया था कि 200 प्रतिशत सुशांत की हत्या की गई है। ये गला घोंटने से हुई मौत है, आत्महत्या नहीं।’
विकास सिंह के इस ट्वीट के बाद से ही सीबीआई की जांच को लेकर सवाल खड़े किए जाने लगे। जिसके बाद कल सीबीआई की और से भी एक बयान जारी किया गया और सीबीआई ने अपने इस बयान में कहा कि वो एक पेशेवर जांच कर रहे हैं। जहां सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है और किसी भी पहलू को खारिज नहीं किया गया है। वहीं अब खबर सामने आ रही है कि एम्स ने सीबीआई को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और इस रिपोर्ट के आधार पर ही सीबीआई अपनी आगे की जांच करेगी। इस रिपोर्ट से सीबीआई को पता चल सकेगा कि सुशांत की मारा गया था या उन्होंने आत्महत्या की थी। गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने मुंबई स्थित फ्लैट में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताकर केस को बंद कर दिया था। हालांकि केंद्रीय सरकार द्वारा इस केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। जिसके बाद लोगों को उम्मीद थी कि सीबीआई बिना किसी दवाब में इस केस की जांच करेगी। लेकिन सीबीआई लंबे समय से चुप बैठी हुई है।