Happy B’Day: जब छोटी बहन आशा से लता मंगेशकर ने तोड़ लिया था रिश्ता, हुई थीं बुरी तरह नाराज
भारत रत्न लता मंगेशकर को सुर साम्राज्ञी के नाम से भी जाना जाता है। आज यानी कि 28 सितंबर को लता मंगेशकर अपना 91वां जन्मदिन मना रही हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर में लता मंगेशकर ने 40 के दशक में ही गाने की शुरुआत कर दी थी। उस वक्त उनकी उम्र केवल 13 साल की हुआ करती थी।
सम्मान ही सम्मान
गायकी की दुनिया में लता मंगेशकर ने जो महत्वपूर्ण योगदान दिया है, उसके लिए उन्हें अब तक तीन राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें से पहला पुरस्कार उन्हें फिल्म परिचय के लिए 1972 में मिला था। उन्हें दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार फिल्म कोरा कागज के लिए वर्ष 1974 में, जबकि तीसरा राष्ट्रीय पुरस्कार 1990 में फिल्म लेकिन के लिए प्राप्त हुआ था। वर्ष 1969 में लता मंगेशकर को भारत सरकार ने पद्म भूषण से विभूषित किया था।
लता मंगेशकर को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी वर्ष 1989 में सम्मानित किया गया। फिर वर्ष 1999 में लता मंगेशकर को पद्म विभूषण भी प्रदान किया गया था। इतना ही नहीं, लता मंगेशकर को वर्ष 2001 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया।
50 हजार से भी अधिक गीत
लता मंगेशकर के नाम 36 भाषाओं में 50 हजार से भी अधिक गीत हैं। लता मंगेशकर के मुताबिक यदि उनके पिताजी जिंदा रहते तो शायद वे सिंगर बन ही नहीं पातीं। दरअसल, लता मंगेशकर की लंबे समय तक अपने पिता के सामने गाने की हिम्मत नहीं हुई थी।हालांकि, परिस्थितियां ऐसी बनीं कि परिवार को संभालने के लिए उन्हें इतना गाना पड़ा कि सबसे अधिक गाने रिकॉर्ड करने का कीर्तिमान वे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में 1974 से लेकर 1991 तक हर साल दर्ज कराती रहीं।
लता मंगेशकर के जीवन से जुड़ी हुईं कई कहानियां बहुत ही लोकप्रिय हैं और इनके बारे में अक्सर सुनने को मिलता रहता है। यहां हम आपको लता मंगेशकर और उनकी बहन आशा भोंसले की जिंदगी से जुड़ा एक किस्सा बता रहे हैं।
आशा भोसले से दूरी
बेहद छोटी उम्र में ही लता मंगेशकर ने काम करना शुरू कर दिया था। अपने पिता के असमय दुनिया से चले जाने की वजह से घर की जिम्मेवारी उन पर आ गई थी। परिवार को उन्हें संभालना पड़ा था। लता मंगेशकर परिवार में बड़ी बेटी थीं। उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को बहुत ही अच्छी तरीके से निभाया। वहीं, आशा भोसले जब बड़ी हो गईं तो लता मंगेशकर को इसी तरह की जिम्मेदारी और गंभीरता की उम्मीद उनसे भी लगी हुई थी।
हालांकि, आशा भोसले का बचपन से ही अलग तरह का मिजाज रहा था। किसी भी तरह के नियमों में बंधना उन्हें गंवारा नहीं था। अपने लिए उन्होंने अलग रास्ता चुन लिया था। उन्होंने गणपत राव भोंसले से केवल 16 साल की उम्र में ही विवाह रचा लिया था। गणपत राव की उम्र उस वक्त 31 साल की थी।
यह बात बहुत ही कम लोगों को मालूम है कि उस वक्त गणपत राव लता मंगेशकर के सेक्रेटरी थे। आशा ने खुद एक बार बताया था कि गणपत के साथ उनके रिश्ते को लता मंगेशकर ने अपनी मंजूरी नहीं दी थी। इस वजह से उन दोनों के बीच बड़ी दूरियां भी आ गई थीं। इसके कारण लंबे अरसे तक इन दोनों के बीच किसी तरह की कोई बातचीत भी नहीं हुई थी। हालांकि, बाद में दोनों के बीच सबकुछ ठीक हो गया और रिश्ते में आईं दूरियां भी मिट गईं।
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