महिलाओं को SORRY कहने में आखिर क्यों हिचकते हैं पुरुष? रिसर्च में हुआ है इस बात का खुलासा
‘आई एम सॉरी’ कहने को तो यह सिर्फ तीन शब्द हैं लेकिन इसे बोलने का बड़प्पन हर किसी में नहीं होता है। खासकर ‘मर्द’ सॉरी बोलने से अक्सर परहेज करते हैं। खासकर यदि उन्हें अपने पार्टनर को सॉरी बोलना हो तो उन्हें ये बात रास नहीं आती है। कुछ गिने चुने पुरुषों को छोड़ दें तो अधिकतर महिलाओं को सॉरी नहीं बोलते हैं। तो आखिर पुरुष ऐसा क्यों करते हैं? आईए जानते हैं।
1. पुरुषों द्वारा सॉरी न कहने की सबसे बड़ी वजह उनका मेल ईगो यानि अहंकार होता है। उनके अंदर इतना गुरूर भरा होता है कि उन्हें लगता है सॉरी बोलने से उनका कद छोटा हो जाएगा। इससे उनकी शान कम हो जाएगी।
2. पुरुषों को लगता है कि यदि वह माफी मांगेंगे तो उन्हें कमजोर समझा जाएगा। लोग ये सोचेंगे कि वह अपनी जिम्मेदारियां उठाने के काबिल नहीं है।
3. कई पुरुषों की यह सोच होती है कि ‘मैं कभी गलत नहीं हो सकता’। वे खुद की गलती स्वीकार नहीं करते हैं। उन्हें लगता है वे जो कर रहे हैं सब सही है। सामने वाला ही गलत है। इसलिए कुछ मर्द सॉरी बोलना तो दूर अपनी गलती तक स्वीकार नहीं करते हैं।
4. कुछ पुरुष ऐसे भी होते हैं जो सॉरी बोलने की जगह माफी मांगने का दूसरा रास्ता खोज लेते हैं। जैसे वह अपनी बीवी को कोई महंगा गिफ्ट देते हैं, कहीं घूमने ले जाते हैं, एक रोमांटिक महोल क्रीएट कर प्यार जताते हैं। इससे उनकी पार्टनर अपने आप समझ जाती है कि पुरुष अपने किए पर शर्मिंदा है।
5. कई बार ऐसा भी होता है कि पुरुष डर के चक्कर में माफी नहीं मांगते हैं। उन्हें लगता है कि कहीं उनकी पार्टनर ने माफी नहीं दी तो? कहीं बात और ज्यादा बिगड़ गई तो? या माफी मांगते समय उनसे कोई गलती हो गई तो?
6. कुछ पुरुष इसलिए भी माफी नहीं मांगते कि उनके सॉरी बोलने पर बीवी उन्हें और भी नीचा दिखाएगी। उन्हें ताने मारे जाएंगे। और सबके सामने जलील किया जाएगा।
7. पुरुषों के सॉरी न बोलने के पीछे रूढ़ीवादी विचारधारा भी जिम्मेदार है। अपनी पुरानी सोच के चलते वे महिलाओं को सॉरी बोलना ठीक नहीं समझते हैं। वे एक मेल डोमिनेटिंग पर्सनालिटी में ही रहना पसंद करते हैं।
वैसे समय के साथ अब धीरे धीरे पुरुषों की मानसिकता में बदलाव भी आ रहा है। आजकल की नई जनरेशन समझदार है। वे पुरुष और महिला को एक समान समझते हैं। इसलिए उन्हें माफी मांगने में भी कोई दिक्कत नहीं होती है।