फेसबुक लाइव में गुप्तेश्वर पांडे करेंगे कई खुलासे, हाल ही में छोड़ी है डीजीपी की कुर्सी
बिहार में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है, लेकिन इससे ठीक पहले बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने जिस तरीके से वीआरएस लिया है, वैसे में हर कोई हैरान रह गया है। गुप्तेश्वर पांडे अब सोशल मीडिया के जरिए लोगों से मुखातिब होने भी जा रहे हैं। अपने फेसबुक वॉल पर गुप्तेश्वर पांडे ने इस बारे में जानकारी दी है।
उन्होंने लिखा है कि 23 सितंबर, 2020 को वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट के फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर प्लेटफॉर्म से शाम 6:00 बजे लाइव आने वाले हैं। अपने इस कार्यक्रम का नाम पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने ‘मेरी कहानी मेरी जुबानी’ दिया है। इसके माध्यम से वे लोगों से साक्षात्कार करने वाले हैं।
गुप्तेश्वर पांडे अपने सेवाकाल के दौरान भी सोशल मीडिया में हमेशा बहुत ही एक्टिव रहे हैं। इसी कार्यक्रम के दौरान बिहार के पूर्व डीजीपी ने वीआरएस को लेकर बात की थी। लोगों से बातचीत करते हुए उन्होंने इसे लेकर जानकारी साझा कर दी थी। गौरतलब है कि बीते मंगलवार को गुप्तेश्वर पांडे ने अपने पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी कि वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया था, जिसके बाद से हर कोई उनके इस निर्णय पर हैरानी जता रहा था। बिहार सरकार की ओर से भी तत्काल इसे मंजूरी प्रदान कर दी गई।
राजनीति में जाने के कयास
पुलिस की नौकरी गुप्तेश्वर पांडे ने छोड़ दी है और उन्होंने वीआरएस ले लिया है, तो ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि राजनीति में भी वे अब हाथ आजमाने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वे बिहार के बक्सर के किसी भी विधानसभा सीट से एनडीए के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं। बक्सर गुप्तेश्वर पांडे का गृह क्षेत्र भी है।
हालांकि ये सभी चीजें फिलहाल कयास मात्र ही हैं। माना जा रहा है कि गुप्तेश्वर पांडे फेसबुक लाइव के कार्यक्रम ‘मेरी कहानी मेरी जुबानी’ में अपने भविष्य को लेकर कोई बड़ा खुलासा करने जा रहे हैं। वैसे, अभी तक गुप्तेश्वर पांडे ने यही कहा है कि किसी भी राजनीतिक दल का हिस्सा मैं अभी तक नहीं बना हूं और इस बारे में मैंने अब तक कोई फैसला भी नहीं किया है। जहां तक सामाजिक कार्यों का सवाल है, राजनीति में प्रवेश किए बिना भी यह काम मैं कर सकता हूं।
2009 में भी दिया था इस्तीफा
लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए गुप्तेश्वर पांडे ने 2009 में भी इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, इस्तीफा देने के 9 महीने के बाद गुप्तेश्वर पांडे ने इस्तीफ़ा वापस लेकर फिर से नौकरी की गुहार नीतीश सरकार से लगाई थी, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया था और उनका इस्तीफा वापस कर दिया था। अब एक बार फिर से उन्होंने वर्ष 2020 में अपनी नौकरी से त्यागपत्र दे दिया है
सुशांत मामले में सक्रिय
गुप्तेश्वर पांडे वर्ष 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में गुप्तेश्वर पांडे अपनी सक्रियता की वजह से बीते दिनों सुर्खियों में आ गए थे। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मुंबई पुलिस जिस तरीके से जांच कर रही थी, पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने उस पर कई सवाल खड़े किए थे।
बीते दिनों बिहार से रवाना हुए पुलिस अधिकारी एवं जांच टीम के साथ महाराष्ट्र सरकार एवं मुंबई पुलिस ने जिस तरह का बर्ताव किया था, उससे बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे बेहद आहत दिखे थे। कई टीवी चैनलों पर उन्होंने इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया भी दी थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि सीबीआई के हाथों में जांच जाने के बाद अब उन्हें पूरी उम्मीद है कि सुशांत को न्याय जरूर मिलेगा।
पढ़ें सुशांत को लेकर चल रहे एक्शन पर आया सोनू सूद का रिएक्शन, बोले- वे जिंदा होते तो हंस रहे होते