डायबिटीज होने पर शरीर में दिखते हैं ये पांच बदलाव, ना करें इन लक्षणों को नजरअंदाज
डायबिटीज से दुनिया के 42 करोड़ से अधिक लोग ग्रस्त हैं। ये बीमारी बेहद ही घातक मानी जाती है और इसका कोई भी इलाज नहीं है। यानी पूरी उम्र इस बीमारी के साथ जीना पड़ता है। इसलिए ये बेहद ही जरूरी है कि आप डायबिटीज की चपेट में ना आएं और अपनी सेहत का ध्यान रखें।
कैसे होती है डायबिटीज
डायबिटीज होने की मुख्य वजह अधिक मीठा खाना होता है। जो लोग अधिक मीठा खाते हैं, उन लोगों को डायबिटीज हो जाती है। आमतौर पर 30 की आयु के बाद इस बीमारी से ग्रस्त होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। हालांकि आजकल बच्चों में भी ये बीमारी खूब पाई जा रही हैं।
क्या है इलाज
डायबिटीज का कोई भी इलाज नहीं है। एक बार डायबिटीज होने पर मरीज को अपने खानपान का खासा ध्यान रखना होता है और मीठी चीजों का सेवन बंद करना पड़ता है। साथ में ही रोज दवाई का सेवन भी करना पड़ता है। अधिक डायबिटीज होने पर तो टीके भी लगाने पड़ते हैं।
हो जाती हैं और भी बीमारियां
डायबिटीज होने के कारण अन्य तरह के रोग लगने का खतरा अधिक रहता है। अगर इसे कंट्रोल में ना रखा जाए तो त्वचा, आंखों, ब्रेन स्ट्रोक और इत्यादि तरह की समस्या का सामान करना पड़ सकता है। डायबिटीज होने पर कई बार लोगों को समय पर इसके बारे में पता नहीं चल पाता है। जिसकी वजह से उनकी सेहत एकदम से खराब हो जाती है।
आज हम आपको डायबिटीज होने से पहले क्या लक्षण देखने को मिलते हैं और कैसे इसे कंट्रोल में रखा जाए इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
डायबिटीज होने पर दिखते हैं ये लक्षण –
बहुत ज्यादा प्यास लगना
एकदम से प्यास का बढ़ जाना और बार-बार पानी पीना डायबिटीज का लक्षण माना जाता है। बार-बार पानी पीने से लगातार बाथरुम भी जाना पड़ता है। इसलिए आपको अगर अधिक प्यास लगे और खूब बाथरुम आए। तो अपनी डायबिटीज की जांच करवा लें। क्योंकि ये टाइप-2 डायबिटीज का लक्षण हो सकता है।
चोटा का घाव ठीक न होना
जिन लोगों को डायबिटीज होती हैं उनके चोट के घाव आसानी से नहीं भरते हैं। दरअसल ये रोग होने पर चोट जल्द सही नहीं होती है। इसलिए चोट लगने पर अगर वो सही ना हो तो डॉक्टर से अपनी डायबिटीज की जांच जरूर करवा लें।
झनझनाहट महसूस होना
हाथों और पैरों में अधिक झनझनाहट महसूस होना भी डायबिटीज का लक्षण माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति को बार-बार हाथ या पैर में झनझनाहच महसूस हो तो ये डायबिटीज होने का संकेत हो सकता है।
वजन का कम होना
एकदम से वजन का कम होना भी डायबिटीज होने का लक्षण माना गया है। इसलिए वजन कम होने पर उसे नजर अंदाज ना करें और डायबिटीज की जांच करवा लें।
धुंधला दिखना
डायबिटीज के कारण आंखें पर बुरा असर पड़ता है और कई बार धुंधला दिखाई देने लग जाता है। अगर आपको आंखों के सामने काले रंग के धब्बे या फिर धुंधला दिखने लगे तो। एक बार अपना डायबिटीज का टेस्ट करवा लें।
इस तरह से करें डायबिटीज को कंट्रोल
- डायबिटीज होने पर इसपर आसानी से नियंत्रित रखा जा सकता है। डायबिटीज को नियंत्रित रखने के लिए आप मीठा खाना बंद कर दें।
- समय-समय पर डायबिटीज की जांच करवाएं और डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाई का सेवन करना ना छोड़ें।
- नीम के पत्ते खाने से शरीर में शुगर का स्तर सही बना रहता है। इसलिए रोज कम से कम तीन से पांच नीम के पत्ते खाया करें।
- डायबिटीज होने पर हरी सब्जियों का सेवन अधिक करें और रोज दाल भी खाय करें।
- योगा किया करें या रोज पार्क जाकर कम से कम 2 किलोमीटर चला करें।
ना करें ये गलतियां
डायबिटीज होने के बाद कई लोग कुछ दिनों तक मीठा खाना बंद कर देते हैं। लेकिन जैसे ही शुगर का स्तर सही होने लग जाता है, तो वो मीठा फिर से शुरू कर देते हैं। जो कि गलत है। क्योंकि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो उम्र भर साथ रहती है। इसलिए शुगर का स्तर नियंत्रित होने के बाद भी आप मीठा ना खाएं।
समय-समय पर अपनी जांच जरूर करवाएं। डायबिटीज होने पर हर 3 हफ्ते में अपना डायबिटीज का टेस्ट करवाएं। कई लोग डायबिटीज होने के बाद टेस्ट नहीं करवाते हैं। जो कि गलत होता है।