उद्धव ठाकरे और शरद पवार की बढ़ी मुश्किलें, आयकर विभाग ने संपत्ति मामले को लेकर थमाया नोटिस
इन नेताओं ने अपनी संपत्ति को कम बताया है और कई जानकारी को चुनाव आयोग से छुपाया है
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी पार्टी के नेता शरद पवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से नोटिस भेजा गया है। इनके अलावा ये नोटिस उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे, पवार की बेटी सुप्रिया सुले को भी सौंपा गया हैं। दरअसल इन सब पर इलेक्शन में दिए गए एफिडेविट में गलत जानकारी देना का आरोप लगाया गया है। इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में अपनी संपत्ति कम बताई है। जिसके बाद अब इस मामले की जांच सीबीडीटी को सौंपी गई है। दरअसल चुनाव लड़ने से पहले चुनावी हलफनामा भरना होता है। जिसमें उम्मीदवार की और से उसकी संपत्ति की ब्यौरा भरा जाता है और चुनाव आयोग को बताया जाता है कि उनकोे पास कितनी संपत्ति है। आरोप है कि इन नेताओं ने अपनी संपत्ति को कम बताया है और कई जानकारी को चुनाव आयोग से छुपाया है। ये मामला सामने आने के बाद अब इन नेताओं को इनकम टैक्स की और से नोटिस दिया गया है।
बताई बीजेपी की साजिश
शिवसेना और एनसीपी ने इन नोटिस को बीजेपी की राजनीति बताया है। नोटिस मिलने पर पवार ने कहा कि मुझे कल इनकम टैक्स की नोटिस मिली। जबकि बेटी सुप्रिया को आज या कल नोटिस मिल जाएगा। अच्छी बात है कि सभी संसद सदस्यों में से हमें ही नोटिस मिला रहा है। हमें ही चुना जा रहा है। कुछ लोंगो को हमसे अधिक प्रेम है। इसलिए नोटिस दिया गया।
अभी की जा रही है जांच
सीबीडीटी की और से इनकी संपत्ति की जांच की जा रही और चुनाव आयोग को सीबीडीटी की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं इन लोगों पर लगाए गए आरोप अगर सही पाए जाते हैं। तो इन्हें जेल भी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ इन नेताओं को अब इनकम टैक्स ने नोटिस थमा दिया है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना ने बीजेपी के साथ विधानसभा का चुनाव मिलकर लड़ा था। लेकिन जीत मिलने के बाद शिवसेना बीजेपी से अलग हो गई थी और एनसीपी और कांग्रेस पार्टी से शिवसेना ने हाथ मिला लिया था। जिसके बाद राज्य में इन तीनों पार्टी की सरकार बनाई गई और उद्धव ठाकरे इस राज्य के मुख्यमंत्री चुने गए। तभी से शिवसेना और बीजेपी में तनातनी चली हुई है।