पत्रकार राजीव शर्मा चीनी खुफिया एजेंसी को संवेदनशील जानकारी भेज रहा था, पुलिस ने किया गिरफ्तार
यह काफी शर्म की बात है कि भारत में रहने वाला पत्रकार ही चंद पैसों के लिए संवेदनशील जानकारी चीन को भेज रहा है
एक पत्रकार की ड्यूटी होती है कि वह पूर्ण ईमानदारी के साथ जनता तक सही जानकारी पहुंचाए। लेकिन राजीव शर्मा (Rajeev Sharma) नाम के एक फ्रीलांस पत्रकार ने तो भारत से जुड़ी खुफिया जानकारी ही पड़ोसी मुल्क चीन को बेच दी। अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस फ्रीलांस पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी यह गिरफ़्तारी ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट (Official Secrets Act) के अंतर्गत हुई है। राजीव शर्मा के पास से कुछ गोपनीय दस्तावेज भी बरामद हुए हैं जिनका संबंध देश की रक्षा से है।
DCP संजीव यादव के अनुसार पत्रकार राजीव शर्मा को उनके दिल्ली स्थित निवास पीतमपुरा से गिरफ्तार किया गया है। अब जल्द ही उन्हें अदालत के सामने पेश किया जाएगा। फिलहाल वे 6 दिन की पुलिस हिरासत में भी रहेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजीव शर्मा यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ इंडिया, द ट्रिब्यून, फ्री प्रेस जर्नल जैसी बड़ी कंपनियों में बतौर वरिष्ठ पत्रकार काम भी कर चुके हैं।
फ्रीलांस पत्रकार राजीव शर्मा के ऊपर चीन की खुफिया एजेंसीयों को संवेदनशील जानकारी देने का आरोप लगा है। इस संबंध में एक चीनी महिला और उसकी एक नेपाली सहयोगी को ही हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि इन्होंने शेल कंपनियों के जरिए बड़ी रकम पत्रकार को ट्रांसफर की है।
Freelance journalist Rajeev Sharma (pic 1) arrested under Official Secrets Act for passing sensitive information to Chinese intelligence. A Chinese woman & her Nepalese associate also arrested for paying him large amounts of money routed through shell companies: Delhi Police pic.twitter.com/8cDHbwcFtB
— ANI (@ANI) September 19, 2020
ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार हुए राजीव शर्मा चीन के ‘ग्लोबल टाइम्स’ में एक लेख भी लिख चुके हैं। इसके अलावा वे ‘Rajeev Kishkinda’ नाम का एक Youtube चैनल भी चलते हैं। इस चैनल पर वे भारत चीन सीमा से जुड़े मुद्दों पर वीडियोज़ पोस्ट करते हैं। यहां उनके 12,000 के आसपास सब्सक्राइबर्स भी हैं।
अब राजीव शर्मा को उन जगहों पर ले जाया जाएगा जहां से उन्हें ये गोपनीय दस्तावेज मिले थे। इसके साथ ही पुलिस राजीव की कॉल डिटेल्स भी चेक करेगी। वे जिस शख्स से सबसे ज्यादा बातचीत करते थे उसकी भी जांच होगी। डीसीपी संजीव यादव के नेतृत्व में पूरे मामले की जांच कर रही स्पेशल सेल पत्रकार की फैमिली से भी पूछताछ करेगी।
यह काफी शर्म की बात है कि भारत में रहने वाला पत्रकार ही चंद पैसों के लिए संवेदनशील जानकारी चीन को भेज रहा है। वैसे इस पूरे मामले में आपकी क्या राय है हमे कमेंट में जरूर बताएं।