लद्दाख में ठंड आने से पहले ही बीमार पड़ने लगे चीनी सैनिक, अस्पताल में किया गया भर्ती
पूर्वी लद्दाख में इन दिनों भारत और चीनी सेना के बीच युद्ध जैसे हालात बनें हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस इलाके में भारतीय सेना डॉमिनेटिंग स्थिति पर है। जिससे की चीन बैचेन है और चीनी सेना हर वो कोशिश कर रही है, जिससे की भारतीय सेना पीछे हट जाए और कब्जे किए वाली जगह को छोड़ दें। लेकिन भारतीय सैनिकों के हौंसले बुलंद हैं और वो ठंड पड़ने पर भी अपनी जगहों पर डटे रहने को तैयार हैं। वहीं दूसरी तरफ गिरते तापमान से चीनी सैनिकों का बुरा हाल हो रहा है और वो बीमार पड़ रहे हैं।
मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार ठंडे मौसम के कारण पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के कुछ सैनिकों की तबीयत खराब हो गई है। जिसके बाद इनको पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी तट पर फिंगर एरिया के पास बने अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अधिकारी के हवाले से सामने आई इस खबर के अनुसार हाई ऐल्टिट्यूड के कारण चीनी सेना के जवानों की तबीयत खराब हो रही है और लद्दाख का ठंडा होता मौसम वो सहन नहीं कर पा रहे हैं।
आपको बता दें कि इस समय दोनों देशों के जवान जहां तैनात हैं। वहां अभी कड़ाके वाली ठंड नहीं आई हैं। लेकिन इससे पहले ही चीनी सैनिकों की तबीयत खराब होने लग गई है। इस जगह पर ठंड के दौरान तापमान माइनस 50 डिग्री तक चला जाता है। चीन की सेना को लग रहा है कि भारतीय सेना इतनी ठंड बर्दाश्त नहीं कर पाएगी और पीछे हटने को मजबूर हो जाएगी। लेकिन भारतीय सेना इतनी ठंड सहन करने को तैयार है और माइनस 50 डिग्री के तापमान को लेकर अपनी तैयारियां कर रही है। ठंड के दौरान सैनिकों तक सामान पहुंचाने में कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए भारतीय सेना ने अभी से लद्दाख में खाने पीने व जरूरी सामनों को जमा करने का काम भी शुरू कर दिया है।
किए हैं एक लाख सैनिक तैनात
फिंगर एरिया, पैंगोंग झील को देखने वाली सिरिजाप रेंज के पास 8 चट्टाने हैं और इस जगह पर दोनों सेनाओं ने अपने फॉरवर्ड पोस्ट्स पर लगभग 1 लाख सैनिकों को तैनात किया है। इस समय चीनी सैनिकों और भारतीय सैनिकों के बीच सौ मीटर की दूरी हैं। जो कि फ़िंगर 4 की रिगलाइन पर हैं। इसी बीच पूर्वी लद्दाख में सर्दी का मौसम आ रहा है और ये दोनों सेना हाई ऐल्टिटूड पर हैं। लेकिन ठंड शुरू होने से पहले ही चीनी सैनिक बीमार पड़ रहे हैं।
आसानी से इतनी ठंड सहन कर सकते हैं भारतीय सैनिक
भारत की सेना दुनिया की एक मात्र ऐसी सेना है। जिसके सैनिक कड़के की ठंड का भी सामना कर सकते हैं। क्योंकि भारतीय सेना सिचायीन ग्लेशियर पर भी तैनात है, जहां पर लद्दाख से ज्यादा ठंड पड़ती है। वहीं रिपोर्ट के अनुसार सर्दियों के महीनों में भारतीय सेना 50,000 से अधिक सैनिकों को इस जगह (लद्दाख) पर तैनात रखेगी। ताकि चीन पर नजर रखी जा सके।