मलमास : इस महीने भूलकर भी न करें ये काम, वरना हो जाएगा बुरा!
खर मास 18 सितंबर से शुरू हो चुका है। ऐसे में लोगों के मन में इस महीने को लेकर कई तरह की आशंकाएं बनी रहती हैं कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं। बता दें कि ये महीना स्वयं भगवान विष्णु के भक्ति को समर्पित होता है। मान्यता है कि इस महीने को श्री हरि ने अपना नाम दिया था, इसलिए इसे पुरूषोत्तम मास भी कहा जाता है। मालूम हो कि इस साल अधिकमास आश्विन माह में ही लग रहा है। अधिकमास हर 32 महीने, 16 दिन और 4 घंटे के अंतराल में आता है। इस मास के कई नाम हैं। जैसे, मलमास, मलिच्छ मास, पुरूषोत्तम मास आदि। इस साल 18 सितंबर से लेकर 16 अक्टूबर तक मलमास है।
बहरहाल आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे कि खर मास के दिनों में कौन से काम करने चाहिए और किन कार्यों को वर्जित माना गया है।
ये कार्य न करें
मल मास में कुएं, बावली या तालाब आदि की खुदाई शुरू न करवाएं, किसी खास मनोकामना के लिए व्रत की शुरूआत न करें, किसी भी प्रकार का उद्यापन, वधु प्रवेश, सोमयज्ञ या अष्टका श्राद्ध, गौ का यथोचित दान, आग्रयण, उपाकर्म, मंत्र दीक्षा, यज्ञोपवित, विवाह, वेदव्रत, अकिपन्न, मंदिर प्रतिष्ठा, मुण्डन, तीर्थ यात्रा, संन्यास ग्रहण, अग्निपरिग्रह, अभिषेक जैसे शुभ कार्य इस माह में वर्जित माने गए हैं। अगर आप इनमें से किसी कार्य को करने की योजना बना रहे हैं तो अभी स्थगित कर दें।
इन कार्यों को करने की नहीं है मनाही
ज्योतिष शास्त्र के विद्वान बताते हैं कि कपिल षष्ठी, वषट्कारवर्जित, आहुतियों का हवन, ग्रहण संबंधी श्राद्ध, दान, पुत्र जन्म के कृत्य और पितृरमण के श्राद्धादि तथा गर्भाधान, पुंसवन और सीमन्त जैसे संस्कारों को खर मास में कोई मनाही नहीं है। इस समय ये संस्कार किए जा सकते हैं। साथ ही इन दिनों में नए कपड़े खरीदना, आभूषण क्रय करना, फ्लैट या मकान खरीदना, घर के लिए टीवी, फ्रीज, कूलर, एसी, खरीदना साथ ही नए वाहन खरीदने की बिल्कुल भी मनाही नहीं है। मलमास में चीजें खरीदने और बेचने संबंधी मुहूर्तचिन्तामणि में कई मुहूर्तों का उल्लेख किया गया है। आइये जानते हैं, खरीदने और बेचने संबंधी शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार से…
स्थिर संज्ञक मुहूर्त
18, 26 सितंबर 7 और 15 अक्टूबर इसके अलावा सभी रविवार। इन दिनों में विद्यार्थी अपने पढ़ाई लिखाई से संबंधित चीजें खरीद सकते हैं साथ ही इंवेस्टमेंट,सगाई-रोका,नए कपड़े या ज्वैलरी खरीदने जैसे कार्य किए जा सकते हैं। ये दिन शपथ ग्रहण और पदभार ग्रहण के लिए भी शुभ है।
चर संज्ञक मुहूर्त
20,27,28,29 सितंबर और 10 अक्टूबर के अलावा सभी सोमवार। इन तारीखों में कार, बाइक और अन्य वाहन खरीदने तथा बुक कराने संबंधी कार्य कर सकते हैं।
उग्र संज्ञक मुहूर्त
25, 30 सितंबर और 5, 13, 14 अक्टूबर के अलावा सभी मंगलवार को शस्त्र आदि खरीदने के अच्छे मुहूर्त हैं।
मिश्र संज्ञक मुहूर्त
21 सितंबर, 6 अक्टूबर और सभी बुधवार को मांगलिक कार्यों हेतु बेंकेट हॉल, गॉर्डन, धर्मशाला, होटल आदि की बुकिंग करवा सकते हैं। साथ ही इन दिनों में नए व्यापारिक सौदों के लिए भी अच्छे योग हैं।
क्षिप्र संज्ञक मुहूर्त
19 सितंबर, 4 और 11 अक्टूबर साथ ही सभी गुरूवार को किसी भी प्रकार के वाहनों की खरीददारी या बुकिंग करवा सकते हैं।
मित्र संज्ञक मुहूर्त
19, 22 सितंबर, 2, 3, 8 अक्टूबर। नए रिश्तों की शुरूआत करने के लिए ये दिन शुभ हैं। साथ ही इन दिनों में नए कपड़े, आभूषण और रत्न आदि भी खरीद सकते हैं। इसके अलावा विलासिता से जुड़े सामानों की भी खरीददारी की जा सकती है।
सर्वार्थसिद्धि योग
सर्वार्थसिद्धि योग में आप अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए कार्य कर सकते हैं। बता दें कि अधिकमास में सर्वार्थसिद्धि योग 26 सितंबर, 1,4,6,7,9,11,17 अक्टूबर को पड़ रहा है।
द्विपुष्कर योग
मलमास में इस मुहूर्त को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। कहा जाता है कि इस मुहूर्त में जो भी काम किया जाता है, उसका फल दोगुना हो जाता है। बता दें कि इस साल मलमास में यह योग 19 और 27 सितंबर को पड़ रहा है।
अमृतसिद्धि योग
मुहूर्त पारिजात में इस योग के बारे में उल्लेख किया गया है। कहा गया है कि इस योग में जो भी काम किया जाता है, उसका दीर्घकालीन फल मिलता है। बता दें कि मलमास में अमृतसिद्धि योग 2 अक्टूबर को होगा।