क्या आप जानते हैं मांग भरने से बढ़ती है यौन इच्छा, जानिए भारत की कुछ पुरानी मान्यताओं का सच!
भारत एक बहुत ही प्राचीन संस्कृति वाला देश है। हर देश की अपनी-अपनी मान्यताएं होती हैं, लेकिन भारत में कुछ अलग तरह की ही मान्यताएं हैं। यहां की कई बातें वैज्ञानिक रूप से सिद्ध भी हो चुकी हैं, जो प्राचीन काल में लोग करते थे। आज के आधुनिक युग में लोग पुरानी मान्यताओं को बकवास मानते हैं, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। आज भी उन मान्यताओं का उतना ही महत्व है, जितना उस समय हुआ करता था। ऐसा कहा जाता है कि किसी भी देश की मान्यताएं उस देश की कहानी बताती हैं। जैसे भारत में यह मान्यता है कि नीम के पेड़ पर मां काली का निवास होता है।
कीटाणुओं को मारकर बनाता है माहौल शुद्ध:
अब इस मान्यता की वजह से लोग नीम का पेड़ नहीं काटते हैं। इससे फायदा ही होता है। नीम का पेड़ ऑक्सीजन ज्यादा निकालता है और कार्बन डाई ऑक्साइड सोखता है। इसके अलावा यह पेड़ आस-पास के कीटाणुओं को मारकर वहां का माहौल शुद्ध बनाता है। कम से कम मान्यता की वजह से आज भी माहौल शुद्ध तो हो ही रहा है। आज हम आपको भारत की कुछ ऐसी परम्पराओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका आज भी उतना ही महत्व है, जितना प्राचीनकाल में हुआ करता था।
इन प्राचीन मान्यताओं का है वैज्ञानिक आधार –
*- मांग भरना:
आपने देखा होगा हिन्दू धर्म में महिलाएं शादी के बाद सिंदूर से अपनी मांग भरती हैं, जबकि अन्य धर्मों में ऐसा नहीं होता है। हिन्दू धर्म में यह बहुत पहले से ही होता आ रहा है। मांग में सिंदूर भरने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है और महिलाओं की यौन इच्छा बढ़ती है।
*- ब्रह्म मुहूर्त में जागना:
पहले लोग सूर्योदय से पहले ही जग जाते थे। आज भी गांवों में रहने वाले लोग सूर्योदय से पहले जग जाते हैं। ऐसा करने से व्यक्ति शारीरिक रूप से चुस्त-दुरुस्त रहता है साथ ही शीतल वायु से मन शांत रहता है। जब व्यक्ति का मन शांत होता है तो वह कोई भी काम बेहतर तरीके से कर लेता है।
*- उपवास रखना:
भारतीय संस्कृति और हिन्दू धर्म में उपवास का बड़ा महत्व है। ऐसा माना जाता है कि उपवास रखने वाले लोग कट्टर धार्मिक होते हैं, जबकि उपवास रखने से आपका रक्तचाप नियंत्रित रहता है। इसके साथ ही आपकी पाचनक्रिया भी सही रहती है।
*- गहने खरीदना:
गहनों का शौक महिलाओं का बहुत ज्यादा होता है। पहले गहने सस्ते हुआ करते थे, इस वजह से लोग बहुत ज्यादा मात्रा में गहने खरीदकर रख लिया करते थे। ऐसा माना जाता था कि गहने पहले खरीदकर रख लेने से मुसीबत के समय ये काम आते हैं।
*- मंदिर जाना:
मंदिर जाने का मतलब यह नहीं है कि आप पक्के धार्मिक व्यक्ति ही हो। मंदिर जाने से आपका मन प्रसन्न रहता है और सकारात्मक उर्जा की वृद्धि होती है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि मंदिर में लगी हुई घंटियों की आवाज से आस-पास के सभी कीटाणु मर जाते हैं। इसके साथ ही हवन कुंड से निकलने वाले धुएं से भी विषाणु-कीटाणुओं का नाश हो जाता है।