बड़ा खुलासा : शुंगलू रिपोर्ट में सामने आई केजरीवाल की सच्चाई, हर काम में किया ‘भ्रष्टाचार’!
नई दिल्ली – दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ग्रह-नक्षत्र पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रहे। विधानसभा में जहां उन्हें गोवा और पंजाब में करारी हार मिली, वहीं अरुण जेटली के खिलाफ मानहानि मामले में राम जेठमलानी को सरकारी खजाने से पैसे देने को लेकर भी फंसे। अभी यह मामला शांत हुआ भी नहीं था कि केजरीवाल के खिलाफ को एक कर अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हो गया है। एलजी नजीब जंग से केजरीवाल का झगड़ा अब उनको काफी भारी पड़ती दिख रहा है। Shunglu committee report.
केजरीवाल सरकार ने ‘सत्ता का दुरुपयोग’ किया –
सितंबर 2016 में दिल्ली के तत्कालीन उपराज्यपाल नजीब जंग ने केजरीवाल सरकार के फैसलों की समीक्षा के लिए शुंगलू समिति गठित की थी, जिसने सरकार के कुल 440 फैसलों से जुड़ी फाइलों की समीक्षा की है। शुंगलू समिति कि रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार द्वारा लगभग हर प्रशासनिक फैसलों में भ्रष्टाचार या संविधान और प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है।
पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक वीके शुंगलू की अध्यक्षता में गठित होने वाली इस समिति ने केजरीवाल सरकार के फैसलों से जुडी 404 फाइलों की जांच की जिनमें केजरीवाल का भ्रष्टाचारी चेहरा सबके सामने आ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल सरकार ने आला अधिकारियों के तबादलों में उपराज्यपाल की अनदेखी की है।
केजरीवाल पर लगातार लग रहे हैं ‘घोटालों’ का आरोप –
शुंगलू समिति की रिपोर्ट से पहले अभी हाल ही में इस बात का खुलासा हुआ था कि जिस अरविंद केजरीवाल का राजनीति में आना ही भ्रष्टाचार के मुद्दे को बड़े जोर शोर से उठाने के कारण था, उसी ने विजिलेंस विभाग के तहत स्कूलों में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने के नाम पर एक फर्जी खुफिया यूनिट का गठन कर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया था।
अरविंद केजरीवाल को लेकर वाकई जिस तरह के खुलासे हो रहे हैं, उससे एक बात तो साफ है कि केजरीवाल दूध के धुले नहीं हैं। वो भी अन्य भ्रष्टाचारी नेताओं के जैसे ही हैं। भले ही केजरीवाल का राजनीति में आना और दिल्ली की जनता द्वारा पूर्ण बहुमत से उन्हें दिल्ली का सिंहासन देना भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हुआ हो, लेकिन अब जनता के सामने उनका भ्रष्टाचारी चेहरा साफ तौर पर आने लगा है।