रहस्यमयी कुआँ : इस कुएं को कहा जाता है ‘विशिंग वेल’, पानी नहीं निकलती है रोशनी!
आज 21वीं सदी में विज्ञान और तकनीकी ने चाहे कितनी भी तरक्की क्यों ना कर ली हो, लेकिन देश-दुनिया में आज भी कई ऐसे स्थान हैं जिनका रहस्य न विज्ञान खोज सका है और ना ही तकनीक। हालांकि इन स्थानों के बारे में वैज्ञानिकों ने काफी जानने समझने की कोशिश की, कई रिसर्च किए, लेकिन इनका राज अभी भी नहीं खुल सका है। ऐसी जगहों को अक्सर कुदरत का करिश्मा ही मान लिया जाता है। बहरहाल आज हम ऐसे ही एक रहस्यमयी कुएं की बात कर रहे हैं, जिसे पूरी दुनिया विशिंग वेल के नाम से जानती है। जी हां, आज हम विशिंग वेल के बारे में सारी जानकारी आपको देने वाले हैं, तो आइए बिना देरी के जानते हैं आखिर क्या है इस कुएं का गूढ़ रहस्य…
यूं तो कुएं से पानी निकलता है, लेकिन दुनिया का ये एकमात्र ऐसा कुंआ है, जिससे पानी नहीं बल्कि रोशनी निकलती है। चौंक गए न आप, लेकिन सच्चाई यही है कि इस कुएं से पानी की जगह रोशनी निकलती है। अब आप सोच रहे होंगे कि ये कैसे संभव है, तो हम आपको बताते हैं कि ये ऐसा कैसे होता है।
वैज्ञानिकों के लिए भी अबूझ है ये कुआं
बता दें कि आज हम इस आर्टिकल में जिस कुएं की बात कर रहे हैं, वो पुर्तगाल के सिंतारा के नजदीक स्थित है। इस कुएं का सही लोकेशन क्यूंटा डा रिगालेरिया है। इसकी बनावट ही काफी अजीब है और इसके अंदर रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके बावजूद कुएं की जमीन से रोशनी निकलती है और बाहर की ओर आती है, इससे पूरा कुँआ जगमगा जाता है। इस कुएं की रोशनी के रहस्य को जानने की काफी कोशिशें की जा चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई भी इसके रहस्य को समझ नहीं सका है और ना ही ये पता लगा सका है कि आखिर ये रोशनी आती कहां से है?
दुनिया भर से देखने आते हैं सैलानी
यह कुंआ काफी गहरा है। मालूम हो कि चार मंजिला इमारत की ऊंचाई के बराबर इस कुएं की गहराई है। खास बात ये है कि इस कुएं का ऊपरी भाग चौड़ा है और नीचला भाग संकरा है। यानी कुएं में जैसे जैसे नीचे की ओर जाएंगे, वैसे वैसे ये संकरा होता जाता है। इस कुएं का नाम लेडीरिनथिक ग्रोटा है और इसकी बनावट उल्टे टावर की तरह है। यही वजह है कि इस कुएं को द इनवर्टेड टावर सिंट्रा भी कहा जाता है। बताते चलें कि इस रहस्यमयी कुएं की कहानी दुनियाभर में कही सुनी जाती है, यही वजह है कि दुनिया के कोने कोने से इस कुएं को देखने सैलानी इकट्ठा होते हैं।
जानिए क्यों कहा जाता है विशिंग वेल
लेडीरिनथिक ग्रोटा को विशिंग वेल भी कहा जाता है, इसके पीछे की वजह ये है कि दुनियभर से आए लोग इस कुएं से अपनी इच्छाएं पूरी करने की दुआ मांगते हैं। मान्यता है कि अगर इस कुएं में एक सिक्का डालकर विशेज मांगी जाए, तो वो जल्दी से जल्दी पूरी हो जाती है। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार इस कुएं का निर्माण पानी इकट्ठा करने के लिए नहीं बल्कि गोपनीय दीक्षा संस्कारों को पूरा करने के लिए किया गया था।