लालू यादव पर चारा के बाद अब मिट्टी घोटाले का आरोप, जानें क्या है पूरा मामला!
बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले के दोषी लालू प्रसाद यादव पर एक बार फिर सत्ता का दुरूपयोग करते हुए घोटाला करने का आरोप लगा है. फर्क सिर्फ इतना है कि इसबार न सिर्फ लालू यादव बल्कि उनके परिवार पर भी घोटाले में शामिल होने का आरोप है.
मंगलवार को बिहार में बीजेपी विधानमंडल दल के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने और उनके परिवार ने वन विभाग में 90 लाख रूपये का घोटाला किया है. हालांकि इस मामले की तस्वीर अभी तक साफ़ नहीं हो पाई है लेकिन सुशील मोदी ने घोटाले के सम्बन्ध में जो जानकारी पेश की है वो इस प्रकार है-
लालू प्रसाद यादव पर मिट्टी घोटाले का आरोप :
दरअसल मामला है बिहार के सबसे बड़े मॉल के निर्माण का जिसे बिहार की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड बनवा रही है. इस मॉल में बेसमेंट में 2 मंजिल की पार्किंग बनाई गई है जिससे बड़ी मात्रा में मिट्टी निकली है. तो आरोप यह है कि इस मिट्टी को खपाने के लिए वन संरक्षण विभाग में 90 लाख रूपये का घोटाला कर दिया गया.
असल में जो डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड इस मॉल का निर्माण कर रही है उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार में पर्यावरण एवं वन संरक्षण मंत्री तेज प्रताप यादव, छोटे बेटे और राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी बेटी चन्दा यादव शामिल हैं. इस तरह से आरोप के मुताबिक घोटाले में लालू यादव का पूरा परिवार घोटाले में शामिल नजर आ रहा है.
सुशील मोदी ने बताया कि डिलाइट मार्केटिंग कम्पनी प्राइवेट लिमिटेड की ओनरशिप में बन रहे इस मॉल को सुरसंड से आरजेडी विधायक सैयद अबू दौजाना की कंपनी मेरीडियन कंस्ट्रक्शन इंडिया लिमिटेड तैयार कर रही है. अब इसमें मामला यह है कि मॉल से निकलने वाली मिट्टी को बिना टेंडर निकाले ही पर्यावरण एवं वन संरक्षण विभाग ने 90 लाख रूपये में खरीद लिया है. इतना ही नहीं बिना जरूरत के इस मिट्टी को संजय गांधी जैविक उद्यान में पगडण्डी बनाने के लिए प्रयोग किया गया है.
सुशील मोदी के अनुसार इस कम्पनी पर पहले भी घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. गौर करने वाली बात यह है कि लालू प्रसाद यादव के बेटे और बेटी साल 2014 में इस कम्पनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स बने इससे पहले साल 2008 में इस कम्पनी को एक फायदा पहुंचाया गया था जिसके लिए लालू यादव पर आरोप लगते है, लालू पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री होने के दौरान रेलवे को दो होटलों को गलत तरीके से होटल सुजाता के हर्ष कोचर को बेच दिया था.
जिसके बदले में इस कम्पनी को कोचर ने एक ही दिन 10 निबंधन करके पटना में 2 एकड़ जमीन हस्तांतरित की थी. इस तरह से इस पूरे मामले में लालू प्रसाद यादव के बेटे बेटियों के साथ उनके भी शामिल होने की पूरी आशंका है.
इस मामले में सुशील मोदी ने लालू प्रसाद यादव के बेटे पर अपने ही मंत्रालय और विभाग के जरिये अपनी कम्पनी को 90 लाख रूपये का फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है. हालांकि इन आरोपों की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है और इस मामले में आगे की जांच और कार्रवाई का इन्तजार है.