LAC पर चीन ने फिर की घुसपैठ की कोशिश, भारतीय सेना ने बचाव में चलाई गोली
चीन के पश्चिमी थिएटर कमांड ने भारतीय सेना पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय सैनिकों ने सीमा पर गोलीबारी की है। चीनी सेना के वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता के हवाले से चीन के सरकारी प्रोपैगैंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स पर एक खबर छपी है। जिसमें कहा गया है कि भारतीय सेना ने पैंगोंग सो झील के दक्षिणी छोर के पास शेनपाओ की पहाड़ी पर एलएसी को पार किया और गोली चलाई।
पीएल के वेस्टर्न थियेटर कमांडर के प्रवक्ता झांग शुई के हवाले से अखबार में आगे कहा गया है कि भारतीय पक्ष ने द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन किया है। इससे क्षेत्र में तनाव और गलतफहमी बढ़ेंगे। ये एक गंभीर सैन्य उकसावा है। हम भारतीय पक्ष से मांग करते हैं कि खतरनाक कदमों को रोके और फायरिंग करने वाले शख्स को सजा दी जाए। ये सुनिश्चित भी किया जाए की ऐसी घटनाएं दोबारा ना हों।
45 साल बाद चली सीमा पर गोली
अगर चीन का ये दावा सच निकलता है तो करीब 45 साल बाद ये पहला मौका होगा। जब दोनों देशों की सीमा पर गोली चली है। दरअसल भारत-चीन देश के बीच एक समझौता हुआ है। जिसमें सीमा पर गोली ना चलाने की बात दोनों देशों की ओर से कही गई है। वहीं अब चीन का दावा है कि भारत ने ये समझौता तोड़ दिया है। हालांकि भारतीय सूत्रों का इस मसले पर कहना है कि चीन के सैनिक मुखपारी चोटी पर कब्जा करने के लिए गलवान जैसी हिंसा दोहराना चाहते थे। जिसके कारण भारतीय सैनिकों को बचाव में हवा में गोली चलानी पड़ी।
क्या है पूरा मामला
भारतीय सेना के अनुसार चीन ने 29/30 अगस्त को शेनापाओ/गॉड पाओ पहाड़ी के पास चोटी पर कब्जा करने की कोशिश की थी। जिसे रोकने के लिए भारत सैनिकों इस चोटी पर कब्जा कर लिया। चीनी सैनिक गलवान जैसी घटना को अंजाम देना चाहते थे। लेकिन भारतीय सैनिकों ने गोली नहीं चलाई। वहीं चीनी सैनिकों ने 7 सितंबर को लोहे की रॉड और कटीले डंडे लेकर मुखपारी चोटी पर कब्जे की कोशिश की। भारतीय सेना ने उन्हें रोकना चाहा और कई बार चेतावनी भी दी। लेकिन चीनी सैनिक नहीं माने। जिसके बाद भारतीय सैनिकों को मजबूरन हवा में गोली चलाकर उन्हें भगाना पड़ा।