रोचक सवाल: कंप्यूटर के मुख्य बोर्ड को ‘फादरबोर्ड’ क्यों नहीं कहते, ‘मदरबोर्ड’ क्यों कहा जाता है
आज के मॉडर्न जमाने में हम सभी कंप्यूटर (Computer) का इस्तेमाल करते हैं। इसने हमारी लाइफ को बहुत आसान बना दिया है। इसकी मदद से हर काम चंद मिनटों में ही हो जाता है। यहां तक की आप अपने हाथ में जो स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं वो भी एक तरह का छोटा सा कंप्यूटर ही होता है।
कंप्यूटर का मुख्य हिस्सा होता है मदरबोर्ड
एक कंप्यूटर के अंदर कई तरह के पार्ट्स लगे होते हैं। लेकिन इन सब में एक मुख्य पार्ट होता है जिसे ‘मदरबोर्ड’ कहा जाता है। यदि कंप्यूटर के मदरबोर्ड में दिक्कत या जाए तो पूरा का पूरा कंप्यूटर ही बेकार हो जाता है। ऐसे में क्या आप ने कभी सोच है कि कंप्यूटर के मुख्य पार्ट को ‘मदरबोर्ड’ ही क्यों बोल जाता है? ‘फादरबोर्ड’ क्यों नहीं बोलते?
इसलिए कहते हैं मदरबोर्ड
इस सवाल का जवाब हम अपने घर की मां से जोड़कर ढूंढ सकते हैं। एक मां घर की मुखिया नहीं होती है, बल्कि वो पूरे घर को एक साथ लेकर चलने वाली यानि सभी को साथ में संभालने वाली होती है। बस इसी तरह कम्यूटर का मदरबोर्ड असल में उसका मुख्य पार्ट नहीं बल्कि सभी पार्ट्स को एक साथ संभालने वाला होता है।
कंप्यूटर के पार्ट्स कब और कैसा रिएक्ट करेंगे ये पूरी तरह से मदरबोर्ड पर ही निर्भर होता है। बस यही वजह है कि इसका नाम फादरबोर्ड की बजाए मदरबोर्ड रखा गया। यानि सबको संभालने वाली मां (मदर) से प्रेरित होकर ऐसा किया गया।
माउस को माउस क्यों कहते हैं?
कंप्यूटर में एक ‘माउस’ भी होता है, जो आपको कंप्यूटर ऑपरेट करने में मदद करता है। सामान्यतः चूहे को अंग्रेजी में माउस बोल जाता है। ऐसे में क्या आप ने कभी सोच है कि कंप्यूटर में लगे इस डिवाइस का नाम माउस कैसे पड़ा? दरअसल 1964 में Bill English और Douglas Engelbart ने पहला माउस बनाया था। जब उन्होंने अपना पहला प्रोटोटाइप बनाया तो वो दिखने में माउस जैसा ही था। उसके पीछे से निकल रहा वायर भी माउस की पूंछ जैसा दिख रहा था। ऐसे में उन्होंने इसका नाम ‘माउस’ ही रख दिया। जल्द ही यह नाम आम बोलचाल की भाषा में आने लगा। फिर जब घर घर कम्यूटर आना शुरू हुए तो भी लोगों ने इसका नाम माउस ही रहने दिया।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह दिलचस्प जानकारी पसंद आई होगी। आप यह सवाल अपने दोस्तों से जरूर पूछे। जब वे जवाब नहीं दे पाए तो उन्हें यह आर्टिकल दिखा दें।