पाकिस्तान के मसले पर भारत नहीं चाहता है अमेरिकी दखल, खुद निपटालेगा सारे विवाद!
भारत और पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्तों में अमेरिकी मध्यस्थता की जरूरत नहीं है, मंगलवार को भारत ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि भारत खुद ही पाकिस्तान से अपने द्विपक्षीय रिश्तों को सुधारने और विवादों का समाधान करने में भरोसा रखता है भारत को इसके लिए अमेरिकी मदद की जरूरत नहीं है.
भारत ने अमेरिकी दखल को सीधे तौर पर नकार दिया :
भारत ने दोनों देशों के रिश्तों के बीच अमेरिकी दखल के संकेतों को सीधे तौर पर नकार दिया कर अपना नीतिगत रुख भी स्पष्ट कर दिया. भारत ऐसे सभी मुद्दों को द्विपक्षीय तरीके से निपटाने का रुख रखता है.
गौरतलब है कि एक बयान में अमेरिका ने कहा था कि भारत पाकिस्तान संबंधों में तनाव खत्म करने के लिए अमेरिका अपनी जगह बना सकता है. लेकिन इस मुद्दे पर भारत ने भी अपना नजरिया साफ कर दिया है.
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत पाकिस्तान के मुद्दों को आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल में द्विपक्षीय तरीके से ध्यान देने के सरकार के रुख में कोई फर्क नहीं आया है.
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से हम अंतरराष्ट्रीय समुदायों और संगठनों से यह अपेक्षा करते हैं कि वह पाकिस्तान से पनपने वाले आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रणाली लागू करें ताकि ना सिर्फ हमारे क्षेत्र में बल्कि इससे परे बाकी क्षेत्रों में भी शांति और स्थिरता स्थापित हो सके, यह आतंकवाद इन क्षेत्रों में शांति और स्थिरता के लिए खतरा बना हुआ है.
गौरतबल है कि भारत के विदेश मंत्रालय का यह बयान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की नव-नियुक्त प्रेसिडेंट निक्की हैली के बयान से जुड़े सवाल पर आया. निक्की ने कहा था कि अमेरिका भारत पाकिस्तान संबंधों में तनाव को लेकर चिंतिंत है और वो इस क्षेत्र में पूरी उत्सुकता के साथ यह देखना चाहता है कि इसके लिए क्या किया जा सकता है जिससे समाधान हो या तनाव खत्म किया जा सके.