चैट शेयर कर सुशांत के करीबी दोस्त संदीप सिंह ने तोड़ी चुप्पी, कहा- सॉरी भाई, 20 साल की मेरी…
एनसीबी के शिकंजे में रिया बुरी तरह फंस गई हैं. इस मामले में रिया के भाई शोविक चक्रवर्ती और सैमुअल मिरांडा की गिरफ़्तारी भी हो चुकी हैं. एनसीबी का मानना है कि ड्रग्स मामले में रिया भी ऊपरी तौर पर शामिल थीं, ऐसे में आज जांच के बाद दोषी पाए जाने पर किसी भी वक्त रिया की गिरफ़्तारी हो सकती है. सीबीआई की नजरों में खुद को सुशांत का करीबी दोस्त बताने वाले संदीप सिंह भी शक के घेरे में हैं. संदीप इस केस में संदिग्ध बताए जा रहे हैं.
मिली जानकारी के अनुसार खुद को सुशांत का करीबी दोस्त मानने वाले संदीप सिंह पिछले एक साल से सुशांत से संपर्क में नहीं थे, लेकिन सुशांत के निधन पर सबसे पहले उनके घर पहुंचे थे. वे सुशांत के पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे. इस दौरान संदीप लगातार सुशांत के परिवार के साथ नजर आये थे. लेकिन इस बीच सवाल यह भी उठ रहे हैं कि संदीप की सुशांत के परिवार से मुलाकात कभी नहीं हुई थी तो परिवार के प्रति इतनी सहानुभूति जताने के पीछे उनका क्या मकसद था. क्या वे कोई बात छुपा रहे हैं?
ऐसे में अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर अब संदीप सिंह ने चुप्पी तोड़ दी है. संदीप ने सोशल मीडिया पर अपने चैट के कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किये हैं, जिसमें वह सुशांत की बहन मीतू सिंह व एम्बुलेंस के ड्राइवर से बात कर रहे हैं. स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए संदीप लिखते हैं, “सॉरी भाई..मेरी चुप्पी ने 20 साल की मेरी छवि और परिवार को तोड़ दिया है. मुझे नहीं पता था आज के समय में दोस्ती को सर्टिफिकेट की ज़रूरत होती है. हमारी चैट सार्वजनिक कर रहा हूं, क्योंकि हमारा संबंध साबित करने का यही आखिरी रास्ता है”.
वहीं, संदीप अपने दूसरे पोस्ट में लिखते हैं, “14 जून को जब मैंने तुम्हारे बारे में सुना, मैं खुद को रोक नहीं पाया और तुम्हारे घर की ओर दौड़ पड़ा, पर वहां मीतू दीदी के अलावा किसी को ना देखकर शॉक्ड रह गया. मैं आज भी सोच रहा हूं कि वहां उस वक्त तुम्हारी बहन के साथ उस मुश्किल घड़ी में खड़ा रहकर मैंने गलती की या मुझे तुम्हारे दोस्तों के आने का इंतजार करना चाहिए था”.
संदीप ने इसके बाद एक और पोस्ट शेयर किया. इस पोस्ट में संदीप ने लिखा, “सभी लोग कह रहे हैं कि तुम्हारा परिवार मुझे नहीं जानता था. हां, ये सच है. मैं कभी तुम्हारे परिवार से नहीं मिला. लेकिन शहर में शोक मनाती एक अकेली बहन को भाई के अंतिम संस्कार में मदद करना क्या मेरी गलती थी? एंबुलेंस ड्राइवर के बयान के बाद भी उसके साथ हुई मेरी बातचीत पर उठ रहे सवालों को खत्म करने के लिए मैं बस इतना कहना चाहूंगा”.
इसके बाद संदीप लिखते हैं, “बस मुझ पर लगाए गए मॉरिशस की कहानी की अटकलों को खत्म करना चाहता हूं जो कि ईर्ष्या के कारण मेरी सेल्फ मेड इमेज को खराब करने के लिए गढ़ी गई है. मॉरिशस पुलिस की ओर से दिया लेटर शेयर कर रहा हूं. वहां ऐसा कोई केस कभी फाइल नहीं हुआ है”.
इन व्हाट्सएप चैट में संदीप ने सुशांत की बहन मीतू सिंह से हुए चैट को भी शेयर किया है. मीतू से उनकी ये बात सुशांत के निधन के बाद हुई थी. चैट देखकर तो यही लग रहा है कि सुशांत के पोस्टमॉर्टम से लेकर उनके डेथ सर्टिफिकेट का सारा काम संदीप सिंह ने ही संभाला था.
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