मां की एक जिद्द ने लगा दिया था करीना कपूर के करियर पर दाग, फिल्मों से भी कर दी गयी थी बाहर
राकेश रोशन एक मशहूर अभिनेता के साथ फिल्म निर्देशक और प्रोड्यूसर भी रहे हैं। वे 71 साल के हो चुके हैं। राकेश रोशन का जन्म 6 सितंबर, 1949 को मुंबई में हुआ था। राकेश रोशन का असल नाम राजेश रोशनलाल नागरथ है। बॉलीवुड में कई सुपरहिट फिल्मों का वे निर्देशन कर चुके हैं। उन्होंने अपने बेटे ऋतिक रोशन को वर्ष 2000 में फिल्म कहो न प्यार है से लांच किया था। उनके निर्देशन में बनी यह फिल्म बड़ी सुपरहिट हुई थी।
ऐसा बताया जाता है कि इस सुपरहिट फिल्म में करीना कपूर काम करने वाली थीं। इसी फिल्म के जरिए बॉलीवुड में उनका डेब्यू हो जाता, लेकिन करीना कपूर की मां बबीता के जिद्द पर अड़ जाने की वजह से यह मुमकिन नहीं हो पाया। ऐसे में करीना कपूर की जगह अमीषा पटेल को इस फिल्म में साइन कर लिया गया था।
सबसे बड़ी बात है कि इस फिल्म के कुछ हिस्से की शूटिंग भी करीना कपूर कर चुकी थीं। हालांकि, उनकी मां बबीता एक जिद्द पर अड़ गई थीं। इसके कारण करीना कपूर को यह फिल्म बीच में ही छोड़ देनी पड़ी थी।
सीन से पहले डांस की शूटिंग
फिल्म कहो न प्यार है का मुहूर्त हो गया था। वरसोवा के कान्वेंट विला में राकेश रोशन ने इसकी शूटिंग भी शुरू कर दी थी। शूटिंग शुरू होने से पहले एक डांस फिल्माया जाने वाला था। करीना कपूर की मां बबीता और उनकी बहन करिश्मा भी उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए वहां पहुंची हुई थीं। करीना कपूर को फिल्म के कोरियोग्राफर स्टेप्स बता रहे थे, क्योंकि यह पहला मौका था जब कैमरे को करीना कपूर फेस कर रही थीं। किसी तरीके से पहले दिन की शूटिंग पूरी हुई। कुछ डांस स्टेप्स तब तक करीना के फाइनल हो गए थे।
बबीता की डिमांड
करीना कपूर की मां बबीता ने अगले दिन फिल्म के निर्देशक राकेश रोशन को फोन किया। उन्होंने राकेश रोशन से कहा कि पहले दिन से ही करीना कपूर डांस को लेकर सहज नहीं महसूस कर रही हैं। इसलिए उन्हें गाने को छोड़कर शुरू में पहले एक्टिंग के दृश्य फिल्मा लेने चाहिए।
राकेश रोशन बबीता की यह बात सुनकर बड़े ही अचंभित रह गए। उन्होंने पूरा सेट गाने की शूटिंग करने के लिए तैयार करवा लिया था। बबीता को उन्होंने यह समझाया कि करीना कपूर बहुत अच्छा काम कर रही हैं। डांस करने में भी उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो रही है।
इतना समझाने के बाद भी राकेश रोशन की बात का बबीता पर कोई असर नहीं हो रहा था। फिर दोनों के बीच बहस होने लगी। ऐसे में बबिता ने गुस्से में फोन पटक दिया। इससे पहले उन्होंने राकेश रोशन से कह दिया था कि गाने की जगह वे सबसे पहले फिल्म के दृश्य की शूटिंग करवा लें। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो वे करीना को यह फिल्म करने ही नहीं देंगी।
राकेश रोशन को समझ नहीं आ रहा था कि उन्हें क्या करना चाहिए। फिर उन्हें एक आईडिया सूझा। बबीता को समझाने के लिए उन्होंने अपने अच्छे दोस्त और करीना कपूर के पिता रणधीर कपूर से बात की। रणधीर कपूर ने बबीता से बात तो की, लेकिन इसके बावजूद बबीता समझने को तैयार नहीं थीं। फिर ऐसी खबरें भी आईं कि बबीता ने कहा था कि राकेश रोशन एक अनप्रोफेशनल निर्देशक हैं।
अमीषा को किया साइन
राकेश रोशन ने इसे लेकर बताया भी था कि करीना कपूर अब फिल्म कहो न प्यार है मैं काम नहीं कर रही हैं। राकेश रोशन ने यह नहीं बताया था कि किस वजह से करीना कपूर इस फिल्म को आगे नहीं करने वाली हैं। उन्होंने ऐसा इसलिए किया था, क्योंकि उनके पिता रणधीर कपूर से उनकी अच्छी दोस्ती थी।
बबीता को लेकर राकेश रोशन ने यह भी कहा था कि करीना कपूर की मदद करना तो दूर बबीता उनका करियर बर्बाद करने पर तुली हुई हैं। करीना कपूर फिल्म इंडस्ट्री में नई हैं। एक निर्देशक को अच्छी तरीके से मालूम है कि उन्हें ऐसे में किस तरीके से ट्रीट करना चाहिए। करीना को स्पेशल ट्रीटमेंट केवल इस वजह से नहीं दिया जा सकता कि करिश्मा कपूर की वे बहन हैं।
बबीता को लेकर राकेश ने यह भी कहा था कि उन्हें नरमी से उनके साथ बात करनी चाहिए थी। ठीक उसी तरीके से जैसे कि किसी न्यूकमर की मां करती हैं। राकेश रोशन ने कहा कि वह तो अलग तरह की ही मांग कर रही थीं। उनकी वजह से उनका बड़ा नुकसान भी हुआ। इसके बावजूद अपने दोस्त रणधीर कपूर को उन्होंने एक बार और सोचने का अवसर दिया था। फिर भी बबीता अपनी बात पर तब अड़ी रही थीं। ऐसे में इस फिल्म में करीना कपूर को बाहर करके अमीषा पटेल को साइन करना पड़ा था।
बबीता की सफाई
करीना कपूर की मां बबीता की इसके बाद सफाई भी सामने आई थी। उन्होंने स्क्रिप्ट को कमजोर बताया था। उन्होंने कहा था कि इसी वजह से करीना इस फिल्म को नहीं कर रही हैं। इसके बाद फिल्म निर्देशक जेपी दत्ता की फिल्म आखिरी मुगल की स्क्रिप्ट बबीता को काफी पसंद आ गई थी। इस फिल्म में काम करने के लिए उन्होंने करीना को साइन भी करवा दिया था। फिर कुछ वजह से यह फिल्म बन ही नहीं पाई थी।
कुछ ही समय के बाद अपनी अगली फिल्म रिफ्यूजी पर जेपी दत्ता ने काम करना शुरू किया था। इस फिल्म में उन्होंने करीना कपूर को साइन कर लिया था। करीना के साथ इस फिल्म में अभिषेक बच्चन नजर आए थे। इन दोनों की ही रिफ्यूजी डेब्यू फिल्म थी। वैसे, कहो न प्यार है जबरदस्त हिट हुई थी, जबकि रिफ्यूजी आज भी फ्लॉप फिल्मों में ही गिनी जाती है।
ऋतिक रोशन और करीना कपूर को वर्ष 2001 में सुभाष घई की फिल्म यादें में साथ में देखा गया था, मगर यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई थी। फिर इन दोनों की जोड़ी कभी खुशी कभी गम में जमी थी। फिल्म करण जौहर के निर्देशन में बनी थी। यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी। ऋतिक रोशन और करीना कपूर बाद में वर्ष 2002 में मुझसे दोस्ती करोगी और वर्ष 2003 में मैं प्रेम की दीवानी हूं जैसी फिल्मों में भी साथ दिखाई दिए, मगर ये दोनों ही फिल्में कुछ खास नहीं कर पाई थीं।
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