अब वीटो जैसी शक्तियों का इस्तेमाल कर अजहर मसूद को नहीं बचा पायेगा चीन!
भारत के दुश्मन और मोस्ट वांटेड आतंकियों में शुमार अजहर मसूद के अब अच्छे दिन पूरे होने वाले हैं. जल्द ही संयुक्त राष्ट्र या फिर अमेरिका इस मामले में कोई बड़ा कदम उठा सकता है. अब चीन जैसे देश मसूद जैसे मानवता के दुश्मनों की रक्षा नहीं कर पाएंगे. मंगलवार को अमेरिका ने कहा कि मानवता के दुश्मन आतंकियों पर प्रतिबन्ध लगाने या कार्रवाई करने के खिलाफ जो देश वीटो जैसी शक्तियों का इस्तेमाल करते हैं अब वो कुछ भी करके आतंकियों को नहीं बचा पाएंगे.
मसूद अजहर को चीन का वीटो भी नहीं बचा पाएगा :
अमेरिका ने कहा कि ऐसे देश इन तरीकों से अब आतंकवादियों के खिलाफ एक्शन होने से नहीं रोक पाएंगे. खास बात यह है कि अमेरिका की तरफ से यह बयान तब आया है जब भारत लगातार कई सालों से यूएन में आतंकी संगठन और जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर बैन लगाने का प्रयास कर रहा है. भारत के प्रयासों में चीन हर बार अडंगा लगा देता है. भारत मसूद अजहर पर प्रतिबन्ध के लिए लम्बे समय से प्रयासरत है लेकिन चीन वीटो जैसी शक्तियों का प्रयोग कर भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है.
यूएन के लिए नियुक्त अमेरिकी राजदूत निकी हैली ने अब यूएन सिक्यूरिटी काउंसिल के अध्यक्ष का पद संभाल लिया है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जिन मुद्दों पर चर्चा की गयी है उनमें प्रतिबन्ध और लिस्ट में शामिल लोग भी हैं.
ये बात उन्होंने एक सवाल के जवाब में कही जो कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबन्ध लिस्ट में शामिल आतंकियों से जुड़ा था. उनसे खासतौर से दक्षिण एशियाई क्षेत्र से जुड़े आतंकवादियों को शामिल करने से जुड़ी कोशिशों के बारे में पूछा गया था.
निकी हैली ने बिना चीन का नाम लिए कहा कि सुरक्षा परिषद के कुछ सदस्य वीटो पॉवर का इस्तेमाल करके आतंक विरोधी गतिविधियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और ऐसी कोशिशों को नाकाम कर रहे हैं.
हैली ने कहा कि यह अमेरिका को कार्रवाई करने से नहीं रोक सकता. यह निश्चित तौर पर हमें यह देखने से नहीं रोक सकता कि हम बदलाव कर सकते हैं या नहीं. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा काउंसिल का उद्देश्य यह है कि हम साथ मिलकर उससे कहीं ज्यादा करें जो हम अलग अलग तौर पर अकेले नहीं कर सकते हैं.