जवान लड़की की बॉडी में कैद है 10 महीने की बच्ची, बोतल से पिती है दूध, पहनती है डायपर
एक मां के लिए उसका बच्चा हमेशा स्पेशल होता है। फिर उसके अंदर चाहे कितनी भी खामियां क्यों न हो। वो अपने बच्चे का मरते दम तक अच्छे से ख्याल रखती हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही मां से मिलने जा रहे हैं जो 53 वर्ष की उम्र में अपनी 19 साल की बेटी का बच्चों जैसा ख्याल रख रही हैं। वे अपनी बेटी का सारा काम करती हैं। यहां तक की उसे डायपर पहनाती है, उसे बोतल से दूद पिलाती है और उसकी सू सू पोटी भी साफ करती है।
दरअसल 19 वर्षीय डेज़ी रैनी को रैट सिंड्रोम नाम की एक बीमारी है। आमतौर पर इस बीमारी में पीड़ित व्यक्ति की ब्रेन और बॉडी दोनों की ग्रोथ रुक जाती है। लेकिन डेज़ी के केस में उनके दिमाग की ग्रोथ तो रुक गई लेकिन बॉडी बढ़ती चली गई। मतलब डेज़ी दिखने में 19 साल की लड़की लगती है, लेकिन दिमाग से 10 महीने की बच्ची जैसी है।
डेज़ी की मां एनी रैनी ने हाल ही में अपनी बेटी की स्टोरी सोशल मीडिया पर साझा की है। वे इसके माध्यम से लोगों को बताना चाहती हैं कि इस तरह के स्पेशल बच्चों को की देखभाल करना कितना मुश्किल होता है। हालांकि एनी यह सब दिल से करती हैं। उन्हें अपनी बेटी से बहुत प्रेम है। बस डर इसी बात का है कि उनके जाने के बाद डेज़ी का क्या होगा।
19 वर्षीय डेज़ी अपने आप चल फिर तो लेती हैं, लेकिन कभी कभी उन्हें दौरे पड़ते रहते हैं। ऐसे में उनके पेरेंट्स ने उनके आमरे में एक बेबी मॉनिटर लगा रखा है। इसी से वे अपनी बेटी पर हरदम नज़र रखते हैं। रात में भी कई बार डेज़ी की मां कमरे में आकार बेटी को चेक करती हैं।
डेजी फिजिकली बहुत ताकतवर है, लेकिन यदि उन्हें पसंद की चीज न मिले तो वे बच्चों की तरह रोने धोने लगती हैं। 15 साल की उम्र में डेजी के सभी दांत टूट गए थे। उनकी मां अब डेज़ी के ऊपर एक किताब भी लिख रही हैं। इससे बाकी पेरेंट्स को इस तरह के बच्चों को पालने में मदद मिलेगी।
डेजी बोल नहीं पाती हैं, लेकिन चीजों को समझ लेती हैं। जब वे 3 साल की थी तो उनकी मां एनी को लगा था कि वे ऑटिस्टिक हैं। हालांकि ऐसा नहीं था। एक बार एक सर्जन ने डेज़ी की मां से उनकी बेटी का दिमाग खोल सर्जरी करने की विनती भी की थी। हालांकि बाद में ऐसा नहीं हो सका। डेज़ी की हालत में सुधार के चांस बहुत कम है।