पाकिस्तानी प्रधानमंत्री पर रेप का आरोप लगाना पड़ा महिला को महंगा, देश निकाला की सुनाई सजा
अमेरिकी ब्लॉगर सिंथिया डी रिची को 15 दिनों के अंदर पाकिस्तान देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। सिंथिया डी रिची 11 सालों से इस देश में रह रही थी। वहीं अब इन्हें ये देश छोड़ना होगा। पाकिस्तान सरकार के इस फैसले पर सिंथिया ने कहा है कि कोई ये बताए कि मैंने किस नियम को तोड़ा है। ये पूरी तरह दबाव में लिया गया फैसला है। मेरे पास वर्क वीजा है और मैं इस आदेश को कोर्ट में चैलेंज करूंगी।
वीजा बढ़ाने के अनुरोध को किया खारिज
सिंथिया ने पाकिस्तानी आंतरिक मंत्रालय से अपने वीजा अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया था। जिसको खारिज कर दिया गया था। सिंथिया ने वीजा की अवधि ना बढ़ाने के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी थी। लेकिन ये मामला कोर्ट में होने के बावजूद भी पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक आदेश जारी कर रिची को 15 दिन में देश छोड़ने का आदेश दिया है।
साल 2011 से 2014 तक रिची पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन में ही रहती थीं। उनके खिलाफ बेनजीर भुट्टो पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर कई सारे केस पाकिस्तान में दर्ज हैं। वहीं सिंथिया को पाकिस्तान से भेजने के लिए इमरान सरकार और विपक्षी पार्टी पीपीपी एक साथ नजर आ रही है।
आपको बता दें कि जून में रिची ने ट्विटर पर एक बयान जारी किया था, जिसमें इन्होंने पूर्व गृह मंत्री रहमान मलिक पर रेप का आरोप लगाया था। साथ में ही इन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी पर बदसलूकी का आरोप भी लगाया था। जिसके बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने 10 जून को सिंथिया को एक कानून नोटिस भेजा और इनपर 10 करोड़ रुपए का हर्जाना और माफी की मांग की थी। इसके अलावा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और रिचा के बीच संबंध भी बताए जाते हैं। दरअसल ये साल 2009 में विदेशी मीडिया में इमरान के समर्थन में आर्टिकल लिखती थीं। कुछ लोग रिचा को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए का एजेंट भी बताते हैं।