मुंबई पुलिस ने धोखे से करवाया था सुशांत के परिवार वालों से आत्महत्या की स्टेटमेंट पर साइन
सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील विकास सिंह के अनुसार मुंबई पुलिस ने सुशांत के परिवार वालों से जबरदस्ती आत्महत्या वाली स्टेटमेंट पर साइन करवाया था। प्रेस से बात करते हुए विकास सिंह ने इस बात का खुलासा किया है और मुंबई पुलिस की सच्चाई बताई है। दरअसल सुशांत के परिवार वालों ने सुशांत की आत्महत्या की स्टेटमेंट पर साइन किया था। ये स्टेटमेंट मुंबई पुलिस ने लिखी थी।
परिवार की ओर से आत्महत्या की स्टेटमेंट पर साइन करने के बाद, रिया पर हत्या का आरोप लगाने का सवाल विकास सिंह से पूछा गया था। जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए विकास सिंह ने कहा कि सुशांत के परिवार वालों से जबरदस्ती साइन करवाया गया था। उन्हें ये नहीं पता था कि स्टेटमेंट में क्या लिखा गया है।
मराठी भाषा में थी स्टेटमेंट
विकास सिंह ने बताया कि परिवार ने कभी ऐसा स्टेटमेंट नहीं दी है कि सुशांत ने आत्महत्या की है। ये स्टेटमेंट मुंबई पुलिस ने मराठी में रिकॉर्ड की थी। परिवार ने इस पर आपत्ति भी जताई थी और कहा था कि अगर आपको हमसे साइन करवाना है, तो मराठी में इसे ना लिखें। लेकिन मुंबई पुलिस ने उनसे जबरदस्ती मराठी में लिखी स्टेटमेंट पर साइन करवाया । उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि उसमें क्या लिखा गया है। विकास सिंह के अनुसार ये स्टेटमेंट सुशांत सिंह राजपूत के परिवार को पढ़कर नहीं सुनाई गई थी। अगर आप मराठी में पढ़कर सुनाएंगे भी तो सामने वाले को जिसे मराठी नहीं जाता है। वहीं नहीं समझ पाएगा कि उसमें क्या लिखा है।
गौरतलब है कि सुशांत केस की जांच मुंबई पुलिस कर रही थी। मुंबई पुलिस ने इस मामले में कई सारे लोगों के बयान दर्ज किए थे और परिवार से आत्महत्या वाली स्टेटमेंट पर साइन भी करवाया था। हालांकि मुंबई पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज नहीं की थी। जिसके बाद सुंशात के पिता केके सिंह ने पटना में केस दर्ज करवाया था। जिसमें रिया, रिया के परिवार वालों और श्रुति मोदी पर सुशांत को हत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था। सुशांत केस की जांच अब सीबीआई कर रही है और इस केस में मुंबई पुलिस का कोई भी रोल नहीं रहा है। दरअसल मुंबई पुलिस ने जिस तरह से इस केस की जांच की है उसकी काफी निंदा की जा रही है। मुंबई पुलिस ने सही से जांच करने की जगह बस लोगों के बयान ही दर्ज किए हैं।