मेट्रो स्टेशनों पर धमाकों से दहला रूस, 10 लोगों की मौत, 50 से अधिक लोग जख्मी!
सेंट पीटर्सबर्ग में 2 अलग अलग मेट्रो स्टेशनों पर बम धमाके हुए जिससे पूरा रूस दहल गया है. ये धमाके बहुत ज्यादा जोरदार थे. अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक हादसों में 10 लोगों की जान चली गयी जबकि 50 से अधिक लोग घायल हैं. हालांकि धमाकों के पीछे किसका हाथ है इस सम्बन्ध में स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने धमाकों की जांच कराने की बात कही है. उन्होंने कहा कि इन धमाकों की सभी एंगल से जांच होगी.
गौरतलब है कि यह धमाके उस वक्त हुए जब खुद राष्ट्रपति पुतिन सेंट पीटर्सबर्ग शहर में मौजूद थे. राष्ट्रपति पुतिन ने धमाकों में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
ट्रेन के अन्दर किसी लावारिस और अज्ञात वस्तु से धमाका हुआ :
ये धमाके रूस के सनाया स्क्वेयर मेट्रो स्टेशन और टेक्नॉलॉजिकल इंस्टिट्यूट मेट्रो स्टेशन पर हुए. धमकों को उस दौरान किया गया जब इन मेट्रो स्टेशनों पर भीड़ होती है. धमाके इतने जोरदार थे कि उनकी वजह से एक मेट्रो ट्रेन के कोच के परखच्चे उड़ गए. रूस के ही एक स्थानीय न्यूज चैनल के वीडियो फुटेज में लोग जगह-जगह पर पड़े हुए देखने को मिले. सेंट पीटर्सबर्ग मेट्रो ने बयान जारी कर बताया कि ट्रेन के अन्दर किसी लावारिस और अज्ञात वस्तु से धमाका हुआ.
वहीं स्थानीय मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक धमाका करने के लिए ट्रेन के अन्दर विस्फोटक उपकरण सेट किया गया था. हालांकि धमाके की वजह की पुष्टि नहीं हो सकी है और रूसी सुरक्षा एजेंसियां इस धमाके के आतंकियों से जुड़े होने की जांच भी कर रही हैं.
इस मामले में एक चश्मदीद ने ट्वीट करके कहा कि जब वह स्वचालित सीढ़ियों से नीचे उतार रहा था तभी एक जोरदार धमाका हुआ, धमाके से पूरी सुरंग दहल गयी. बताया जा रहा है कि इन धमाकों के बाद वहां सात मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है और सुरक्षा जांच बढ़ा दी गई है.
गौरतलब है कि इससे पहले साल 2010 में मॉस्को में दो मेट्रो स्टेशनों पर आत्मघाती हमले हुए थे. तब उन हमलों में 40 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 100 से अधिक की संख्या में लोग घायल हुए थे. तब उस हमले की जिम्मेदारी रूस के चेनन विद्रोहियों ने ली थी.