8 साल की बच्ची से किया था दुष्कर्म, लोगों ने मौके पर किया फैसला, आरोपी को पीट-पीट कर मार डाला
बिहार की राजधानी पटना में रेप और मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) से जुड़ा एक मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने 8 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था। इसके बाद लोगों ने उस शख्स की पीट पीट के हत्या कर दी। उन्होने इस जुर्म की पुलिस में शिकायत करने की बाजाए खुद ही मौके पर फैसला कर दिया।
8 साल की बच्चे से हुआ दुष्कर्म
दरअसल ये पूरा मामला पटना के अगमकुआं थाना इलाके के नया टाेला स्थित स्लम बस्ती का है। यहां कचरा बिन अपने जीविका चलाने वाला एक परिवार रहता है। उन्हीं के पड़ोस में 30 वर्षीय टुनटुन मांझी नाम का आदमी भी रहता था। टुनटुन भी कूड़ा कचरा बेच पैसे कमाता था। एक दिन जब वो शराब के नशे में थे तो अपने पड़ोस में रहने वाली 8 वर्षीय लड़की को जबरन उठा के ले गया। उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। अगली सुबह जब बच्ची घर में नहीं मिली तो माता पिता ने उसकी तलाश शुरू कर दी। तभी पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने बताया कि उसने टुनटुन को बच्ची का मुंह दबा ले जाते हुए देखा था। वो बच्ची के साथ गलत हरकत भी कर रहा था।
लोगों ने पीट पीट कर उतार दिया मौत के घाट
जैसे ही पीड़ित बच्ची के माता पिता को इस बात की भनक लगी कि मोहल्ले का टुनटुन ही उनकी फूल सी नाजुक बच्ची को ले गया, तो वे तुरंत उसके पास गए। वहां बस्ती के आक्रोशित लोगों आरोपी टुनटुन को डंडे से खूब मारा। जब पुलिस को इस बात की सूचना किसी से मिली तो वो मौके पर पहुंची और घायल टुनटुन को इलाज़ के लिए हॉस्पिटल ले गई। हालांकि आरोपी ने वहीं दम तोड़ दिया।
बच्ची का चल रहा इलाज़
थानेदार अभिजीत कुमार के अनुसार आरोपी की मौत हो गई जबकि पीड़ित बच्ची का अस्पताल में इलाज़ चल रहा है। उसका मेडिकल भी कराया गया है। इस मामले में पीड़ित बच्ची की मां के बयान के आधार पर रेप का केस दर्ज किया जाएगा।
उधर सोशल मीडिया पर भी रेप की यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। बहुत से लोगों का यही मानना है कि स्लम वालों ने आरोपी को हाथो हाथ सजा देकर सही किया। कोर्ट पुलिस के चक्कर में रहते तो बच्ची को इंसाफ मिलने में कई साल लग जाते। वहीं कुछ का मानना है कि कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेना चाहिए था। वैसे आपकी इस मामले में क्या राय है? क्या लोगों ने आरोपी को मारकर सही किया?