कांग्रेस पर बरसे कपिल सिब्बल, कहा-हमें बोला गया देशद्रोही, क्या ये है कांग्रेस की भाषा
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी गई चिट्ठी का मुद्दा अभी भी ठंडा नहीं पड़ा है और ये पत्र लिखने वाले नेता अभी भी अपनी बात पर अड़े हुए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने आज अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जब कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में हमपर हमला हो रहा था। तब एक सदस्य भी हमारे बचाव में नहीं आया। CWC बैठक में हमको देशद्रोही बोला गया, क्या ये कांग्रेस की भाषा है? द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में इन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही बीजेपी पर संविधान का पालन नहीं करने और लोकतंत्र की नींव को नष्ट करने का आरोप लगाती है। हम क्या चाहते हैं? हम पार्टी के संविधान का पालन करना चाहते हैं।
कपिल सिब्बल से पहले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कल इस मुद्दे पर अपनी बात रखी थी और कहा था कि अगर हमारे पत्र पर गौर नहीं किया जाता है, तो कांग्रेस पार्टी 50 सालों तक विपक्षी पार्टी ही बनकर रहे जाएगी।
क्या है पूरा मामला
हाल ही में कांग्रेस के 23 दिग्गज नेताओं की ओर से एक पत्र पार्टी की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी को लिखा गया था। जिसमें पार्टी के अंदर व्यापक सुधार, निष्पक्ष आंतरिक चुनाव, सामूहिक निर्णय लेने और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग की गई थी। इस पत्र मेें कहा गया था कि राज्य कांग्रेस प्रमुखों, जिला अध्यक्षों, ब्लॉक अध्यक्षों और कांग्रेस कार्य समिति का चुनाव किया जाना चाहिए। चुनाव का ये लाभ होगा कि जब आप चुनाव लड़ते हैं, तो कम से कम आपकी पार्टी आपके साथ खड़ी होती है।
राहुल गांधी ने की गुलाम नबी आजाद से बात
ये पत्र गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में लिखा गया था। वहीं पत्र को लेकर जारी घमासान के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुलाम नबी आजाद से बात की है। राहुल ने गुलाम नबी आजाद से फोन पर कहा है कि जल्द ही नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने छह महीने के भीतर संगठन में विभिन्न स्तरों पर चुनाव कराने का भरोसा दिया है।