मरने के बाद पूरा हो रहा सुशांत सिंह राजपूत का सपना, दादा साहब फाल्के अवार्ड से होंगे सम्मानित
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर जब लगभग ढाई महीने पहले सामने आई तो पूरा देश सन्न रह गया था। किसी को भी इस पर यकीन ही नहीं हो रहा था कि इतने जिंदादिल अभिनेता इतनी जल्दी इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह कर चले गए हैं।
लगभग ढाई महीने सुशांत की मौत को बीत चुके हैं, लेकिन अब भी उनका नाम लोगों की जुबान से उतरा नहीं है। जो प्यार सुशांत सिंह राजपूत को मरने के बाद उन्हें अपने प्रशंसकों से मिल रहा है, उस सम्मान को जीते जी देखने की उनकी चाहत थी। यही कारण है कि सुशांत सिंह राजपूत को उनके फैंस भुला नहीं पा रहे हैं। यहां तक कि बॉलीवुड को भी अपने इस प्रतिभाशाली अभिनेता के इतनी जल्दी चले जाने का मलाल है।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अब उन्हें सरकार भी सम्मान देना चाह रही है। कुछ वक्त पहले ही यह ऐलान कर दिया है गया है कि सुशांत सिंह राजपूत को मरणोपरांत दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
भारत का ‘ऑस्कर’
बता दें कि जितना महत्व ऑस्कर अवार्ड का है, उतना ही महत्व भारत में दादा साहब फाल्के अवार्ड का भी है। हर फिल्मी सितारे का सपना होता है कि उसे अपने जीवनकाल में दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिले। सुशांत सिंह राजपूत भी दादा साहब फाल्के अवार्ड की ट्रॉफी उठाने का सपना देखते थे। जीते जी तो उनका यह सपना भले ही पूरा नहीं हो पाया, लेकिन अब उनके मरने के बाद उनका यह सपना पूरा होने जा रहा है।
भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से बहुत जल्द दादा साहब फाल्के अवार्ड्स, 2021 का आयोजन होने वाला है। सूत्र बता रहे हैं कि इस बार एक मंत्रालय द्वारा दादा साहब फाल्के अवार्ड की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की याद में बहुत जल्द सूचना और प्रसारण मंत्रालय की तरफ से एक विशेष फेस्टिवल का आयोजन भी हो सकता है, जहां सुशांत सिंह राजपूत की फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत की वजह से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को गहरा जख्म लगा है। जो सम्मान वे जीते जी प्राप्त नहीं कर सकें, अब उनकी मौत के बाद उन्हें यह सम्मान दिए जाने की तैयारी चल रही है। जो नाइंसाफी उनके साथ हुई है, उस गलती को ठीक करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
सरकार अलग से एक फिल्म महोत्सव को आयोजित करने के पक्ष में है, जहां सुशांत सिंह राजपूत की फिल्में दिखा कर उन्हें याद किया जाएगा। राष्ट्रीय पुरस्कारों में भी सुशांत सिंह राजपूत को मरणोपरांत सम्मानित किए जाने की खबरें सामने आ रही हैं।
कभी नहीं मिला फिल्मफेयर पुरस्कार
गौरतलब है कि बीते 11 वर्षों से सुशांत सिंह राजपूत फिल्म जगत में काम कर रहे थे। इस दौरान उन्हें कभी फिल्मफेयर पुरस्कार नहीं दिया गया। अपने पूरे करियर के दौरान सुशांत सिंह राजपूत को केवल दो स्क्रीन अवार्ड्स ही मिल पाए थे, जबकि सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ बहुत पसंद की गई थी। मेलबर्न इंडियन फिल्म फेस्टिवल में उन्हें इसके लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
बता दें कि बीते 14 जून को अपने मुंबई स्थित फ्लैट में सुशांत मृत पाए गए थे। इसके बाद से उनकी मौत के मामले की जांच चल रही है। पहले मुंबई पुलिस ने जांच शुरू की थी। फिर बिहार पुलिस ने भी जांच शुरू की। वर्तमान में सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।
सुशांत की मौत के बाद पता चला कि उनकी फैन फॉलोइंग कितनी जबरदस्त है। उनके काम की जबरदस्त सराहना इसके बाद होने लगी थी। बताया जा रहा है कि इसी वजह से उन्हें मरणोपरांत दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, इस अवार्ड समारोह का आयोजन कब होगा, इसकी तारीख की घोषणा फिलहाल नहीं की गई है।
कैलिफोर्निया स्टेट असेंबली से सम्मान
वैसे, सुशांत को मरणोपरांत कैलिफोर्निया में सम्मानित किया जा चुका है। सिनेमा में उनके योगदान के लिए कैलिफोर्निया स्टेट असेंबली की ओर से सुशांत को मरणोपरांत विशेष सम्मान प्रदान किया गया था। उनकी बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने अपने भाई सुशांत के लिए इस सम्मान को रिसीव किया था और सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी साझा की थी।
अपने करियर के दौरान सुशांत ने 12 फिल्मों में काम किया था। शुरुआत उन्होंने फिल्म ‘काई पो छे’ से की थी। बाद में उन्हें शुद्ध देशी रोमांस और छिछोरे जैसी फिल्मों में भी देखा गया। उनकी अंतिम फिल्म दिल बेचारा रही, जो कि उनके निधन के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई। इसे भी दर्शकों ने भरपूर प्यार दिया है।
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