पती ने जब फ़ोन पर दिया तलाक तो सीएम योगी के दरबार पहुंची मुस्लिम महिला, जाने फिर आगे क्या हुआ.!
लखनऊ – बीजेपी ने जब से तीन तलाक का मुद्दा उठाया है, रोज नए-नए मामले सामने आने लगे हैं। देश की मुस्लिम महिलाओं को इस कुरीति के खिलाफ आवाज उठाने का साहस मिल गया है। वर्षों से तीन तलाक और हलाल जैसे अत्याचार झेल रही इन मुस्लिम महिलाओं को केन्द्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार से काफी उम्मीदें हैं। आज ऐसा ही एक मामला सामने आया है जब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने आवास पर जनता दरबार लगाकर लोगों की फरियाद सुन रहे थे। इस दरबार में हर वर्ग के लोग पहुंचे हुए थे और योगी हर फरियादी का बात सुन रहे थे। इन सबके बीच एक तीन तलाक की पीड़िता शबरीन भी वहां पहुंची और सीएम के सामने अपनी बात रखी। Triple talaq victim sabreen meets up cm.
After harassing me since marriage,my husband gave me talaq on phone. I hope CM gives me justice:Sabreen at UP CM’s Janta Darbar #TripleTalaq pic.twitter.com/eaTuukW7sQ
— ANI UP (@ANINewsUP) April 3, 2017
योगी दरबार में मुस्लिम महिला ने लगाई इंसाफ की गुहार –
एक तरफ जहां तीन तलाक को लेकर पूरे देश में बहस चल रही है तो वहीं दूसरी ओर इस तरह के मामले भी सामने आ रहे हैं। सीएम के जनता दरबार में अपनी फरियाद लेकर पहुंची सबरीन नाम की महिला का पति शादी के बाद से ही उसका उत्पीड़न करता है और अब तो उसने फोन पर ही तलाक दे दिया है। ऐसे में इस महिला की आखिरी उम्मीद मुख्यमंत्री से हैं जो उसे न्याय दिला सकते हैं। आपको बता दें कि शबरीन के पति ने 10 दिन पहले ही गैरकानूनी ढंग से उन्हें तलाक दे दिया। उनकी एक 11 महीने की बच्ची भी है।
तीन तलाक के खिलाफ बीजेपी को मिल रहा मुसलमानों का साथ –
बीजेपी तीन तलाक को खत्म करना चाहती है, क्योंकि यह पूरी तरह से गैरकानूनी है। पीएम मोदी भी इस मुद्दे पर कई बार बोल चुके हैं और अब तो मुस्लिम महिलाएं भी बीजेपी को इसके खिलाफ सपोर्ट कर रही हैं। विधानसभा के चुनाव परिणामों के बाद ऐसा माना जा रहा था कि बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक के मुद्दे पर वोट किया था। आरएसएस के सहयोग से एक संगठन द्वारा कराये गए सर्वे में भी मुस्लिम महिलाओं ने बीजेपी की इस मुहिम को सपोर्ट किया। इससे पहले यूपी के ही सहारनुपर की रहने वाली सगुफ्ता ने भी पीएम नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर तीन तलाक खत्म किए जाने की मांग की थी।