पाकिस्तान अपने ‘मिशन कश्मीर’ के लिए तैयार कर रहा है डिजिटल फौज, बनाए 17 हजार फेक अकाउंट्स!
कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देकर और युवाओं को पैसों का प्रलोभन देकर जब पाकिस्तान के नापाक मंसूबे पूरे नहीं हो रहे तो अब वो कुछ नए और आधुनिक तरीकों से कश्मीरी युवाओं को बरगलाने का काम कर रहा है. राजस्थान के सीमवर्ती गावों में कुछ ऐसे पोस्टर्स मिले हैं जिससे पाकिस्तान की नापाक साजिश के बारे में पता चला है. पाकिस्तान अब भ्रामक प्रचार के जरिए अपने नापाक मंसूबों को पूरा करना चाहता है.
सोशल मीडिया के जरिये अपने नापाक मंसूबों को पूरा कर रहा है :
सूत्रों के हवाले से एक खबर मिली है कि पाकिस्तान एक सोशल मीडिया वर्कशॉप के जरिये अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने की तरफ बढ़ रहा है. इसके चर्चे पाकिस्तान के मुल्तान, रावलपिंडी, सरगोधा और गुजरेंवाला में साजिश रची जा रही है.
इसके लिए पाकिस्तान ने ऊपर बताये गए शहरों में सोशल मीडिया वर्कशॉप के जरिये अपने एजेंडा को पूरा करने की तैयारी कर ली है. इसके लिए बड़ी संख्या में लगभग 17 हजार सोशल मीडिया एकाउंट्स खोले गए हैं. जो कि पूरी तरह से फेक(झूठे) हैं.
कश्मीर की स्थितियों की झूठी और गलत तस्वीर पेश की जाएगी :
इन एकाउंट्स के माध्यम से सरेआम कश्मीर के प्रति झूठा दुष्प्रचार हो किया जायेगा. इससे दुनिया भर में कश्मीर की स्थितियों की झूठी और गलत तस्वीर पेश की जाएगी. और ऐसा पाकिस्तान अपने फायदे के लिए करेगा. इसके अलावा पाकिस्तान इन फेसबुक अकाउंट के प्रयोग और विस्तार के लिए युवाओं को तरह तरह के प्रलोभन भी दे रहा है.
पाकिस्तान फेसबुक सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म्स पर इन युवाओं के माध्यम से गलत जानकारी का विस्तार करेगा. इसके लिए फेसबुक, ट्विटर, whatsapp का सहारा लिया जायेगा. हालांकि पाकिस्तान की तरफ से ऐसा किया जाना कोई नई बात नहीं है. लेकिन इस बार जिस तरह से पाकिस्तान ने तैयारी की है उसके लिहाज से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया एजेंसियों को सतर्क रहने की बहुत ज्यादा जरूरत है.
इतना ही नहीं पाकिस्तान अपने इस कश्मीर प्रोजेक्ट के लिए सोशल मीडिया वर्कशॉप की तारीखों का ऐलान भी कर चुका है. यह वर्कशॉप जमात उद दावा की तरफ से बुलाई जा रही हैं. पोस्टरों में बताई गई तारीखों के हिसाब सेौ 1 अप्रैल को गुजरेंवाला में 2 अप्रैल को सरधना में वर्कशॉप बुलाई जानी थी और अब 8 अप्रैल को मुल्तान में, 9 अप्रैल को रावलपिंडी और लाहौर में 16 अप्रैल को वर्कशॉप रखी गयी हैं.
गौरतलब है कि इन वर्कशॉप का उद्देश्य पाकिस्तानी युवाओं को भारत के खिलाफ कश्मीर का दुष्प्रचार और गलत जानकारी फैलाने के लिए ट्रेनिंग देना है.