कांग्रेस की और से बुलाई गई बैठक में बोले उद्धव ठाकरे -फैसला करें, केंद्र से डरना है या लड़ना है
गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की और से बुधवार को एक बैठक की गई थी। जिसमें कांग्रेस शासित राज्यों सहित तीन अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे। इस बैठक का आयोजन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से किया गया था और बैठक के दौरान केंद्र सरकार की नीतियों पर बात की गई।
सोनिया गांधी की ओर से बुलाई गई इस बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शामिल हुए थे और उद्धव ठाकरे ने इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया।
हमारी आवाज दबा रही है केंद्र सरकार- उद्धव
बैठक के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमें फैसला करना चाहिए कि हमें केंद्र सरकार से डरना है या लड़ना है। गैर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जोरदार तरीके से अपनी आवाज उठानी चाहिए। क्योंकि केंद्र सरकार हमारी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे के अलावा इस वर्चुअल बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हुए थी और ममता ने भी जमकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। ममता ने कहा कि NEET-JEE परीक्षाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट चलते हैं। इस मुद्दे पर बात करते हैं। ये छात्रों के लिए मानसिक प्रताड़ना है। मैंने किसी लोकतांत्रिक देश में इतनी उद्दंडता नहीं देखी है। स्थिति बहुत गंभीर है। हमें बच्चों के लिए आवाज उठानी ही होगी।
इसके अलावा बैठक में जीएसटी समेत अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इस वर्चुअल बैठक का मकसद केवल मोदी सरकार पर हमला करना था। गौरतलब है कि शिवसेना पार्टी लंबे अरसों से बीजेपी की सहयोगी दल रही है। लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने के लिए शिवसेना ने बीजेपी का दामन छोड़ दिया और कांग्रेस से हाथ मिला लिया। जिसके बाद महाराष्ट्र राज्य के सीएम की कुर्सी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को मिल गई। वहीं ये कुर्सी मिलने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लगातार बीजेपी व केंद्र सरकार पर जुबानी हमला कर रहे हैं और इनकी नीतियों को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।