सीबीआई के सामने सिद्धार्थ ने किया सुशांत-रिया के रिश्ते पर बड़ा खुलासा, कहा-पहले भी रिया ने..
सीबीआई की टीम कई दिनों से सिद्धार्थ पिठानी से पूछताछ कर रही है और ये पता लगाने में लगी हुई है कि आखिर 14 जून की सुबह को क्या हुआ था और सुशांत-रिया के रिश्ते कैसे थे। सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर सीबीआई ने सिद्धार्थ पिठानी से कई बार पूछताछ की है और इस दौरान सिद्धार्थ ने सीबीआई के सामने कई सारे बड़े राज भी खोले हैं। सिद्धार्थ ने सीबीआई को दिए अपने बयान में बताया है कि साल 2019 के बाद सुशांत की जिंदगी एकदम से बदल गई और सुशांत का काम में मन लगना बंद हो गया था। सुशांत रिया के साथ ही अपना समय बिताने लगा और एक ऐसा समय आया की वो अकेला पड़ गया।
जनवरी में भी रिया ने छोड़ था घर
सिद्धार्थ के अनुसार रिया ने जनवरी महीने में भी सुशांत का घर छोड़ दिया था। लेकिन कुछ दिनों बाद रिया वापस घर आ गई थी। जिसके बाद रिया, दीपेश और मैंने सुशांत का ध्यान रखना शुरू कर दिया। जनवरी के आखिरी हफ्ते में सुशांत अपनी बहन मीतू के घर गया था और वो एकदम सही था। उन्होंने अपनी दवाई भी खाना बंद कर दी थी। सुशांत कहते थे कि वो एकदम सही महससू कर रहे हैं। मैंने उन्हें कहा था कि वो एकदम से दवाई बंद ना करें। लेकिन वो माने नहीं। कुछ महीने बाद अप्रैल में सुशांत की तबीयत फिर से खराब हो गई और वो सबसे दूर रहने लगा। हालांकि रिया उनके साथ थी। वहीं जून महीने के पहले हफ्ते में सुशांत की तबीयत और खराब हो गई और वो अकेले ही कमरे में रहने लगा। पूरे लॉकडाउन में रिया सुशांत के साथ ही रही।
8 जून की सुबह रिया 11.30 बजे सुशांत का घर छोड़कर चले गई और रिया ने मुझे सुशांत का ध्यान रखने को कहा। जब रिया ने सुशांत का घर छोड़। तो उस समय सुशांत ने रिया को गले लगाया था। कुछ देर बाद सुशांत की बहन मीतू घर आ गई और वो उनके साथ रहने लगी। मीतू दीदी के सामने सुशांत पुरानी बातों को याद करके रोता था। वहीं 12 जून को मीतू दीदी को अपनी बेटी की याद आई और वो वापस अपने घर चले गईं।
14 जून की सुबह 10 बजे के करीब मैं हॉल में काम कर रहा था और 10.30 बजे केशव ने मुझसे कहा कि सुशांत सर दरवाजा नहीं खोल रहे हैं। मैंने तुरंत दीपेश को बुलाया और हम दोनों ने दरवाजा खटखटाया। लेकिन सुशांत ने दरवाजा नहीं खोला। तभी मुझे मीतू दीदी का फोन आया। उन्होंने कहा कि सुशांत फोन नहीं उठा रहा है। हमने उन्हें बताया कि वो दरवाजा नहीं खोल रहा है। मैंने वॉचमैन से कहकर चाबीवाले को बुलाने को कहा मगर उसने किसी को नहीं बुलाया। फिर मैंने गूगल से चाबी वाले का नंबर निकाला। उसे मैंने दोपहर 1.06 मिनट पर कॉल किया। उसने मुझसे 2000 रुपये मांगे। चाबी वाले ने लॉक का फोटो मांगा और मैंने उसे फोटो भेज दिया। 1.20 मिनट पर वो अपने एक साथी के साथ घर आया। उसने लॉक देखकर चाबी नहीं बनाने की बात कही, तो मैंने उसे लॉक तोड़ने को कहा और उसने लॉक तोड़ा दिया।
इसके बाद मैं और दीपेश, सुशांत के कमरे में गए और कमरे में अंधेरा था। दीपेश ने कमरे की लाइट जलाई और हमने वहां पर सुशांत को हरे रंग के कपड़े से पंखे पर लटका हुआ पाया। मैंने तुरंत मीतू दीदी को फोन किया और फिर 108 पर कॉल किया। मीतू का कॉल आया और उन्होंने सुशांत को नीचे उतारने को कहा। मैंने नीरज से चाकू लाने के लिए कहा। मैंने चाकू से सुशांत का शव नीचे उतार दिया और बेड पर रख दिया।
छोड़ना चाहता था बॉलीवुड
सिद्धार्थ ने सीबीआई को बताया कि सुशांत बॉलीवुड को छोड़ना चाहता था और उसने फोन करके ये बात मुझे बताई थी। सिद्धार्थ के अनुसार उनके पिता का काम सही नहीं चल रहा था। इसलिए वो पैसे कमाने के लिए हैदराबाद चले गए थे। फिर जनवरी 2020 में सुशांत का कॉल आया और सुशांत ने कहा कि वो बॉलीवुड छोड़ने वाले हैं और अपना ड्रीम प्रोजेक्ट 150 शुरू करने वाले हैं। जिसकी बाद वो मुंबई आए और सुशांत के साथ रहने लगे।