दाऊद इब्राहिम पर फिर पाकिस्तान ने मारा यूटर्न पहले किया कबूलनामा अब बोला – ‘हमारे यहाँ नहीं है’
पाकिस्तान ने किया आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई का फर्जी दावा..
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के कराची में होने के कबूलनामे से पाकिस्तान ने एक बार फिर यू-टर्न मारा है। जी हां, पाकिस्तान ने साफ इनकार कर दिया है कि दाऊद इब्राहिम उसके जमीन पर नहीं है। बता दें कि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि दाऊद पाकिस्तान में नहीं है। साथ ही ये भी कहा है कि यह दावा पूरी तरह से निराधार और भ्रामक है कि पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर कुछ सूचीबद्ध व्यक्तियों की उपस्थिति को स्वीकारा है। बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान की तरफ से आतंकवादियों की एक सूची जारी की गई थी और कहा गया था कि ये सभी पाकिस्तान की धरती पर ही हैं।
गौरतलब है कि साल 1993 में मुंबई सीरियल बम धमाकों का मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान भाग गया था। तब से वो भारत के लिए मोस्ट वांटेड बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी सरकार लगातार इस बात से इनकार करती रही है कि उसने कभी दाऊद इब्राहिम को शरण दी है। मालूम हो कि मुंबई में हुए सीरियल धमाकों में 257 लोगों की जान चली गई थी और करीब 1400 लोग बुरी तरह से घायल हुए थे। बहरहाल भारत ने कई बार पाकिस्तान से दाऊद इब्राहिम को सौंपने के लिए कहा है, लेकिन पाकिस्तान हर बार दाऊद के नाम पर दगा दे जाता है।
पाकिस्तान ने किया आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई का फर्जी दावा…
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शनिवार को पाकिस्तान ने एक बार फिर से धोखाधड़ी की। बताया गया कि पाकिस्तान ने दाऊद इब्राहिम समेत 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और उनके आकाओं पर कार्रवाई की है। बता दें कि ये पाकिस्तानी सरकार का सिर्फ दिखावा था। दरअसल अंतरराष्ट्रीय आंतकवाद वित्तपोषण पर नजर रखने वाली संस्था फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट से बाहर आने की कोशिशों को तहत पाकस्तान ने ये फर्जी लिस्ट जारी की थी। मालूम हो कि इस लिस्ट में हाफिज सईद, मसूज अजहर और दाऊद इब्राहिम का नाम भी शामिल था।
एफएटीएफ के ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान
मालूम हो कि एफएटीएफ का मुख्यालय फ्रांस के पेरिस में स्थित है। इस संगठन ने साल 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाला था और पाकिस्तान सरकार को हिदायत थी कि 2019 के अंत तक इन आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई की जाए, लेकिन कोरोना वैश्विक महामारी के कारण इस समय सीमा को बढ़ा दिया गया था। लिहाजा पाकिस्तान की सरकार ने 18 अगस्त को दो अधिसूचनाएं जारी कीं। इन अधिसूचनाओं में 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ता और जमात उद दावा के सरगना सईद, जैश ए मोहम्मद के प्रमुख अजहर और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर प्रतिबंधों की फर्जी घोषणा की।
इन आतंकियों पर कार्रवाई के आदेश…
खबरों के मुताबिक आतंकी संगठनों और उनके आकाओं की सभी संपत्तियों को कुर्क करने और बैंक खातों को सील करने के आदेश दिए गए हैं। जिन आतंकियों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है, उनमें आतंकी हाफिज सईद, अजहर मसूद, मुल्ला फजलुल्ला, जकीउर रहमान लखवी, मुहम्मद यह्या मुजाहिद, अब्दुल हकीम मुराद, नूर वली महसूद, उजबेकिस्तान लिबरेशन मूवमेंट के फजल रहीम शाह, तालिबान नेता जलालुद्दीन हक्कानी, खलील अहमद हक्कानी, यह्या हक्कानी और दाऊद इब्राहिम के अन्य सहयोगी शामिल थे।