कुछ ऐसा था सोहा और कुणाल के लिव इन में रहने का अनुभव, कपल से सीखें क्या-क्या आती है परेशानी
पहले के समय में शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन एक दूसरे का चेहरा तक नहीं देख पाते थे, लेकिन आज के समय में बहुत से लोग शादी से पहले लिव इन में रहने लगे हैं। लिव इन में रहना आज भी हमारे समाज में खुले तौर पर स्वीकार नहीं किया जाता है जबकि कानूनी तौर पर भी ये लीगल हैं। आम लोगो से लेकर सेलेब्स तक शादी से पहले लिव इन में रहते हैं और एक दूसरे को बेहतर ढंग से समझने के बाद ही शादी का फैसला करते हैं।
शादी से पहले लिव इन में थे कुणाल-सोहा
इस लिस्ट में ‘लूटकेस’ एक्टर कुणाल खेमु और नवाब गर्ल सोहा अली खान का नाम भी शामिल हैं। सोहा और कुणाल ने साल 2015 में शादी की थी, लेकिन शादी से पहले ये कपल भी लिव इन में रह चुका था। हालांकि इनके रिश्ते की सबसे खूबसूरत बात ये थी कि उन्होंने कभी भी इस रिश्ते को छिपाया नहीं और ना ही लिव इन की बातों को अस्वीकार किया।
बता दें कि सोहा और कुणाल भी बॉलीवुड के क्यूट कपल में से एक माने जाते हैं। उम्र के लिहाज से सोहा कुणाल से करीब 5 साल बड़ी हैं, लेकिन दोनों में गजब की अंडरस्टैंडिंग हैं। इन्होंने अपने रिश्ते को शुरु से खुलकर स्वीकारा और किसी भी इंटरव्यू या इवेंट में जब भी इनके लिव इन रिश्ते को लेकर सवाल हुए तो दोनों ने बड़ी ही सहजता से अपने एक्सपीरियंस को शेयर भी किया। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि उनके एक्सपीरियंस से जुड़ी कुछ खास बातें।
अट्रैक्शन, प्यार और क्या है नेक्स्ट स्टेप
सोहा अली खान ने बताया था कि वो कुणाल की तरफ अट्रैक्ट हो गईं थीं। कुणाल को देखते ही उन्हें प्यार नहीं हुआ था। जब दोनों एक ही जैसा फील करने लगे तो एक कदम आगे बढ़ाते हुए उन्होंने लिव-इन में रहने का फैसला किया था। सोहा ने कहा कि, ‘ये फैसला उनके लिए भी आसान नहीं था और दोनों ने काफी सोचने के बाद ये फैसला लिया था’। सोहा के कहने का मतलब ये था कि कपल प्यार में भले ही डूबा हो, लेकिन लिव इन में रहने का फैसला काफी बड़ा होता है और बिना सोचे समझे इस बारे में फैसला नहीं करना चाहिए।
शहर भी रखता है मायने
जब दो लोग लिव इन में रहने का फैसला करते हैं तो इसके लिए आस-पास का माहौल देखना जरुरी है। जैसे की बहुत ही छोटे शहर या गांव में दो लोग बिना शादी के अगर साथ रहें तो लोग उन्हें गलत निगाह से देखते हैं। वहीं मुंबई और दूसरे बड़े शहरों में लिव इन में रहना काफी आसान होता है। सोहा ने बताया था कि कुणाल ने लिव इन को लेकर काफी फ्रैंक राय पेश की थी। उन्होंने कहा था कि वो और सोहा मुंबई में रहते है जहां लोग खुले विचार के हैं ऐसे में वो आराम से लिव इन में रह सकते हैं। कुणाल ने इस फैसले पर कहा कि, ‘उनके परिवार वालों की सोच भी मॉडर्न है इसलिए मुंबई जैसे शहर में लिव इन में रहना आसान था’।
बिग कमिटमेंट नो फियर
लोग आज भी शादी को सबसे बड़ा कमिटमेंट मानते हैं लेकिन सोहा के विचार इससे अलग हैं। एक इवेंट में सोहा से लिव इन के बारे में सवाल पूछा गया था जिसके जवाब में उन्होंने कहा था कि, ‘लिव इन में रहना भी शादी जितना बड़ा ही कमिटमेंट है’। उन्होंने कहा कि, ‘शादी के बिना साथ में रहने के चलते उनका रिश्ता और ज्यादा मजबूत बना है’। सोहा ने कहा कि, ‘इस तरह साथ रहने के दौरान आप अपने स्पेशल पर्सन के लिए घर लौटते हैं ना कि किसी ऐसे इंसान के पास जिसके साथ आप मजबूरी में बंधंन में बंधे हैंट। उनका कहना था कि कुणाल उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा हैं और वो उनके साथ रहना पसंद करती हैं।
एक दूसरे को समझना है जरुरी
सोहा और कुणाल ने जब साथ रहना शुरु किया था तो उन्होंने एक दूसरे को समझना शुरु किया था। कुणाल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, ‘लिव इन ने मुझे अपने साथी को बेहतर तरीके से समझने और जानने की मदद की जो सोहा से मेरी शादीशूदा जिंदगी में भी मददगार साबित हुई थी’। हालांकि हर किसी का अनुभव अलग होता है क्योंकि सभी के लिए एक ही चीज काम करे ये संभव नहीं हैं।
शादी के बाद नहीं आता ज्यादा बदलाव
अक्सर लोगों के मन में ये सवाल आता है कि लिव इन के बाद जो लोग शादी करते हैं उन्हें कुछ अलग महसूस होता है या नहीं। इसके जवाब में सोहा ने कहा था कि ,’उनके लिए शादी के बाद कुछ भी नहीं बदला, क्योंकि लिव इन के दौरान वो और कुणाल एक दूसरे को बेहतर ढंग से समझ चुके थे। वो साथ रहते हुए एक दूसरी की कमियों औऱ खुबियों को समझ चुके थे। दोनों ही जब साथ में रहे तो काफी उतार चढ़ाव भी आए, लेकिन उन्होंने दिखावा करने की जगह, अपने रियल नेचर को दिखाया। इसके चलते उन्हें एक दूसरे को बेहतर ढंग से समझने और स्वीकार करने में मदद मिली’।
दबाव में ना करें शादी
View this post on Instagram
Happy Diwali – love and light ❤️ @khemster2 photo credit @vatsalshah.photography
सोहा और कुणाल का कहना था कि वो लिव इन में रहते थे लेकिन इसका प्रचार नहीं करते थे। सोहा ने कहा कि, ‘कभी भी दबाव में आकर शादी ना करें वहीं कुणाल का कहना था कि मेरे लिए पर्सनल कमिटमेंट सबसे बढ़कर हैं। एक दूसरे से ये कमिट करना कि हम जिंदगी भर साथ निभाएंगे ये अहमियत रखता है’। इन बातों का मतलब ये है कि अगर आप लिव इन में रहकर भी एक दूसरे को नहीं समझ पा रहें तो शादी की जल्दबाजी ना दिखाएं। शादी के पहले हो या फिर बाद में खुश रहना सबसे ज्यादा मायने रखता है।