मायावी ग्रह केतु बदल रहा है अपनी राशि, रहे जरा संभलकर, जानें आप पर क्या पड़ेगा इसका असर
सितंबर महीने में केतु ग्रह वृश्चिक राशि में प्रवेश करने जा रहा है। इस गोचर से सभी 12 राशियों पर असर पड़ेगा। ज्योतिषों के अनुसार ये गोचर 23 सितंबर को सुबह 8:20 बजे होगा। केतु ग्रह धनु से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा और साल के अंत तक इसी राशि में बना रहेगा। केतु एक मायावी ग्रह होता है। इसलिए इस गोचर से हर किसी के जीवन में बदलाव आने वाला है। हालांकि अगर ये ग्रह किसी पर मेहरबान हो जाए, तो उसे मालामाल कर देता है और सभी बिगड़े कामों को बना देते है। वहीं इस ग्रह का बुरा प्रभाव पड़ने पर धनवान व्यक्ति भी कंगाल बन जाता है। तो आइए जानते हैं कि केतु के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने से आपके जीवन पर कैसा असर पड़ेगा।
जानें आपकी राशि पर क्या पड़ेगा असर
मेष राशि
इस गोचर के कारण मेष राशि के लोगों की रुचि धार्मिक कार्यों में बढ़ने लग जाएगी और मेष राशि के लोग किसी तीर्थ स्थल पर जा सकते हैं। सांसारिक जीवन में रुचि कम हो सकती है।
वृषभ राशि
वृष राशि के लोगों के लिए ये गोचर शुभ फल देने वाला है। वृष राशि के जातकों को हर क्षेत्र में कामयाबी मिलेगी और उच्च शिक्षा का योग बनेगा। जो छात्र रिसर्च का काम कर रहे हैं उन्हें कामयाबी मिलेगी। इसी तरह से पीएचडी के छात्रों को भी सफलता मिल जाएगी। हालांकि वृष राशि के जातकों की सेहत पर थोड़ा सा बुरा असर पड़ेगा और पैरों में दर्द की शिकायत रह सकती है।
मिथुन राशि
कार्य क्षेत्र में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने अधिकारियों के साथ बहस भी हो सकती है। इसलिए संभलकर ही कार्य करें और विवाद से दूर रहे। इसके अलावा वैवाहिक जीवन में भी परेशानियां पैदा हो सकती है और जीवन साथी से मतभेद हो सकते हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि के लोगों पर इस गोचर का अशुभ असर पड़ेगा। इस राशि के जातकों को संघर्ष करना पड़ सकता है और साथ में ही शुत्र से परेशानियां आ सकती हैं। स्वास्थ्य पर भी बुरा असर देखने को मिल सकता है और सेहत खराब हो सकती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों को उनकी संतान की वजह से परेशानियां का सामना करना पड़ेगा। साथ में ही जीवन साथी से भी विवाद हो सकता है। गलतफहमियों के कारण परिवार से था मतभेद पैदा हो सकते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए भी केतु का ये गोचर शुभ नहीं रहने वाला है। इस गोचर के कारण सुखों में कमी आ सकती है। साथ में ही मां की सेहत पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इस समय कोई वाहन या प्रॉपर्टी खरीदने वाले हैं से बचें। तो बेहतर होगा।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के रुके हुए काम बन सकते हैं। हालांकि आत्म-विश्वास कमजोर हो सकता है। छोटे भाई-बहनों के साथ भी मतभेद पैदा हो सकते हैं। अध्यात्म विचार मन में आएंगे।
वृश्चिक राशि
इस राशि के लिए केतु को गोचर प्रतिकूल होंगी और धार्मिक कार्य में मन अधिक लेगा। दरअसल केतु ग्रह को धार्मिक, वैराग्य और अध्यात्म का कारक माना जाता है। इसलिए इन चीजों की और इस राशि के लोगों का मन आकर्षित होगा।
धनु राशि
इस राशि पर केतु के गोचर का असर अच्छा देखने को मिलेगा और धनु राशि के लोगों की कल्पना शक्ति प्रबल होगी। चीजों का पूर्वानुमान हो सकता है। हालांकि कार्य या व्यवसाय में परिस्थितियां अनुकूल नहीं होंगी और घर में परिजनों से मतभेद भी हो सकता है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के खर्चों में वृद्धि होगी और धन हानि की संभावनाएं भी बनी रहेगी। लंबी दूरी की यात्राएं करनी पड़ सकती है। किसी कारण से विदेश यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है।
कुंभ राशि
आमदनी पर असर पड़ेगा और आमदनी कम हो सकती है। पैसा का नुकसान हो सकता है। बड़े भाई बहनों से अनबन हो सकती है और कई चीजों को लेकर निराश होना पड़ सकता है।
मीन राशि
कार्यक्षेत्र में परेशानियां आएंगी। छवि पर बुरा नुकसान पहुंचेगा। धन हानि हो सकती है और जीवन साथी के साथ किसी बात को लेकर विवाद भी हो सकता है।
इस तरह से करें प्रभाव को कम
केतु के कारण जीवन में समस्या ना आए। इसलिए नीचे बताए गए मंत्रों का जाप कर लें। इन मंत्रों का जाप करने से केतु के प्रभाव कम हो जाएगा।
वैदिक मंत्र
“ऊँ केतुं कृण्वन्नकेतवे पेशो मर्या अपेश से। सुमुषद्भिरजायथा:”
पौराणिक मन्त्र
“पलाशपुष्पसंकाशं तारकाग्रहमस्तकम्।
रौद्रं रौद्रात्मकं घोरं तं केतुं प्रणमाम्यहम्।।”
तांत्रोक्त मंत्र
“ऊँ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:”
“ह्रीं केतवे नम:”
“कें केतवे नम:”
बीज मंत्र
“ऊँ कें केतवे नम:”
केतु गायत्री मंत्र
“ऊँ धूम्रवर्णाय विद्महे कपोतवाहनाय धीमहि तन्नं: केतु: प्रचोदयात।”